प्रकृति प्रेमी दंपत्ती ने घर की बालकनी व छत पर लगाए डेढ़ हजार पौधे, हरियाली के संग मिलती है शुद्ध ऑक्सीजन

राजनीति

चम्पावत : पर्यावरण से प्रेम नर्सरी तैयार करने से ही नहीं बल्कि घर के भीतर प्लांटेशन तैयार कर भी प्रदर्शित किया जा सकता है। घर के बाहर जगह नहीं मिली तो चम्पावत जीआइसी चौक निवासी मुकेश गिरी एवं उनकी पत्नी सरिता गिरी ने अपने घर के अंदर ही डेढ़ हजार से अधिक विभिन्न प्रजातियों के पौधों के प्लांट तैयार कर दिए। अब वे प्लांटेशन के शौकीनों को पौधे सप्लाई भी कर रहे हैं। इससे उनकी अच्छी आय तो हो ही रही है साथ ही घर में ही शुद्ध ऑक्सीजन मिल रही है।

मुकेश गिरी और सरिता गिरी बचपन से ही प्रकृति प्रेमी रहे हैं। शादी के बाद दोनों ने अपने इस प्रेम को अपने घर में प्लांट लगाने के रूप में प्रदर्शित किया। उनका यह कार्य पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। मुकेश गिरी ने बताया कि शौकिया तौर पर तैयार प्लांट को अब वे बिजनेस प्लांट के रूप में विकसित कर रहे हैं। पिछले साल कोरोना की पहली लहर के बाद लगे लॉकडाउन में उन्होंने पौधों को बढ़ाना शुरू किया और विभिन्न राज्यों से फूल और औषधीय पौधे मंगाकर उन्हें लगाया।

दोनों पति पत्नी लगातार उनकी देखभाल करते हैं। शुरू में बाहरी राज्यों से मंगाए प्लांट यहां के पर्यावरण में अनुकूलन नहीं उग पाए। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। विशेषज्ञों की राय और अपने अनुभव से बाहरी क्लाइमेट से आए पौधों को यहां के पर्यावरण के अनुकूल बना लिया। मुकेश गिरी ने बताया कि अब तक वे लगभग २० हजार प्लांट बेच भी चुके हैं। अब उनका प्रयास छत पर ही ग्रीन हाउस तैयार करने का है।

रॉ मैटेरियल से तैयार करते हैं गमले

मुकेश के प्लांट में सिक्किम व कोच्चि का आर्किड, कश्मीर का लिलियम, स्विस प्लांट समेत तमाम मंहगी और आकर्षक प्रजातियों के पौधे हैं। खास बात यह है कि प्लांट लगाने के लिए गमले आदि वे रौ मैटिरियल से तैयार करते हैं। इस काम में उनके साले दीपक बोहरा उनकी मदद करते हैं।

कोरोना काल में मिलती है शुद्ध ऑक्सीजन

कोरोना महामारी में जहां लोग शुद्ध ऑक्सीजन के लिए जगह-जगह भाग रहे हैं वहीं मुकेश सरिता ने अपने ही घर में ऑक्सीजन प्लांट लगा दिया है। इन पौधों की वजह से दिन भर घर में शुद्ध ऑक्सीजन बनी रहती है। उनका एक बेटा व एक बेटी है। वह भी उनके काम में हर समय सहयोग करते हैं।

सरिता गिरी का कहना है कि जिसके पास प्लांट उगाने के लिए ज्यादा जमीन नहीं है। वे घर पर ही गमलों व वेस्ट मैटेरियल और किचन वेस्ट का इस्तेमाल कर पेड़ पौधे उगा सकते हैं। इससे हम घर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के साथ पर्यावरण को शुद्ध करने में अपना कुछ योगदान दे सकते हैं।

प्रकृति प्रेमी दंपत्ती ने घर की बालकनी व छत पर लगाए डेढ़ हजार पौधे, हरियाली के संग मिलती है शुद्ध ऑक्सीजन

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