चंपावत। पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के कारण जिले में दैवीय आपदा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सड़कों पर मलबा आने के साथ उपजाऊ जमीन कटने और आवासीय मकानों के क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है। गुरुवार की रात से अनवरत हो रही बारिश से जिले का जनजीवन पटरी से उतर गया है। चम्पावत-टनकपुर और लोहाघाट-पिथौरागढ़ राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर मलबा आने से यातायात कई बार बाधित रहा। इधर ग्रामीण क्षेत्रों को जोडऩे वाली जिले की 27 सड़कें मलबा आने से पूरी तरह बंद हो गई हैं।
पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के कारण जिले में दैवीय आपदा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सड़कों पर मलबा आने के साथ उपजाऊ जमीन कटने और आवासीय मकानों के क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है। गुरुवार की रात से अनवरत हो रही बारिश से जिले का जनजीवन पटरी से उतर गया है। चम्पावत-टनकपुर और लोहाघाट-पिथौरागढ़ राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर मलबा आने से यातायात कई बार बाधित रहा। इधर ग्रामीण क्षेत्रों को जोडऩे वाली जिले की 27 सड़कें मलबा आने से पूरी तरह बंद हो गई हैं।
इनमें पीएमजीएसवाई चम्पावत की 10, पीएमजीएसवाई लोहाघाट की एक, लोनिवि लोहाघाट की 12 तथा लोनिवि चम्पावत की चार सड़कें शामिल हैं। दोपहर तक सड़कों को खोलने का काम जारी था। मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में भी बारिश से जलभराव हुआ है। टनकपुर में एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने जल भराव से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया। बारिश से कई जगह आवासीय मकानों के क्षतिग्रस्त होने की भी खबरें हैं। बाराकोट विकास खंड के तड़ीगांव में गुरुवार को कुंदन राम के मकान का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया। घटना में परिवार के लोग बाल-बाल बच गए।
नालियां व स्क्रबर चोक होने से जिला मुख्यालय चम्पावत, लोहाघाट, पाटी, बाराकोट में कई जगह बारिश का पानी सड़कों से होता हुआ आवासीय मकानों तक पहुंच गया। चम्पावत के धौन-बजौन में काटी जा रही रोड में लगातार भूस्खलन होने से उपर बसे परिवारों को खतरा पैदा हो गया है। आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक चम्पावत तहसील में 20, लोहाघाट में 16, पाटी में 10 तथा टनकपुर तहसील केबनबसा में 30 एसमएम बारिश रिकार्ड की गई।
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