पीछे बैठी सवारी ने नहीं पहना था हेलमेट, परिवहन विभाग की टीम ने विक्रम से भेजा घर

उत्तराखंड देहरादून

देहरादून। शहर में दुपहिया पर दोनों सवारियों के लिए हेलमेट अनिवार्य करने के बाद परिवहन विभाग की टीमों ने हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की। चालक का हेलमेट न पहने होने पर चालान काटा गया, जबकि पीछे बैठी सवारी को हेलमेट पहनने की आदत सिखाने के लिए ऐसी सवारी को उतारकर विक्रम से वापस भेजा गया। वहीं, जिन्होंने बिना हेलमेट दुपहिया पर ही लौटने की जिद की, उनके चालान काटने पर जाने दिया गया। आरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी ने बताया कि कि विभाग का उद्देश्य आमजन पर जुर्माना लगाना नहीं, बल्कि उन्हें हेलमेट की अहमियत समझाना है।

सड़क सुरक्षा व हादसों पर लगाम लगाने के लिए हाईकोर्ट ने सात जुलाई 2018 को पुलिस व परिवहन विभाग को दुपहिया पर पिछली सवारी के हेलमेट पहनने का नियम सख्ती से लागू करने का आदेश दिया था। सड़क सुरक्षा के ही तहत चौपहिया में सीट बेल्ट लगाना भी अनिवार्य किया गया मगर जिम्मेदार विभाग इसका अनुपालन ही नहीं करा सके। अब नए एमवी एक्ट के अंतर्गत केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को तय नियमों का सख्ती से पालन कराने के आदेश जारी किए हैं। नए नियमों में हेलमेट न पहनने पर जुर्माना सौ रुपये से बढ़ाकर एक हजार कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण की वजह से परिवहन विभाग पहले कार्रवाई से बच रहा था, लेकिन अब अधिकारियों ने तय नियमों का पालन कराने की ठान ली है।

इसी के अंतर्गत शुक्रवार को एआरटीओ रश्मि पंत ने राजपुर रोड पर जाखन के पास अभियान चलाया। इस दौरान दुपहिया पर पिछली सवारी के हेलमेट न पहना होने पर सवारी को विक्रम से भेजा गया। इस दौरान चाहे युवती हो या महिला। किसी को छूट नहीं दी गई। अगर पिछली सवारी ने हेलमेट न होने पर भी दुपहिया से ही जाने की जिद की तो उसका एक हजार का चालान काटने की बात कही। ऐसे में हर किसी ने विक्रम से ही जाने में भलाई समझी।

बाइक का नौ हजार का चालान

जाखन में चेकिंग के दौरान एआरटीओ ने एक बाइक सवार का नौ हजार का चालान किया। चालक के पास न तो डीएल था, न ही वाहन का इंश्योरेंस व प्रदूषण बीमा पत्र। वह ध्वनि प्रदूषण भी कर रहा था।

…सर प्लीज इस बार छोड़ दो

चेकिंग के दौरान स्कूटी पर बिना हेलमेट पकड़ी युवतियां परिवहन टीम से इस बार छोड़ देने की अपील करती रहीं। वे कहती रहीं कि मैडम प्लीज इस बार छोड़ दो, हम आगे से ध्यान रखेंगे।

56 दुपहिया के चालान

चेकिंग के दौरान परिवहन टीम की ओर से 56 दुपहिया के चालान किए गए। चालक के हेलमेट न पहने होने पर 23 और पिछली सवारी के हेलमेट न होने पर 33 के चालान किए गए। ड्राइविंग लाइसेंस न होने पर 23, जबकि प्रदूषण प्रमाण पत्र नहीं होने पर सात वाहनों के चालान किए गए।

पहले जागरुकता, फिर कार्रवाई

परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार दून में तकरीबन सवा सात लाख दुपहिया पंजीकृत हैं। दुपहिया वाहनों की इतनी बड़ी तादाद को देखते हुए इस आदेश का पालन कराना कठिन जरूर है। आरटीओ सैनी ने बताया कि पहले जागरूकता अभियानों के जरिए आमजन को सतर्क किया जा रहा है। यही वजह है कि पिछली सवारी के हेलमेट न पहने होने पर चालान के बजाए विक्रम या आटो से उन्हें घर भेजा गया।

आरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी ने बताया कि हाईकोर्ट और केंद्र सरकार के आदेश के क्रम में सड़क सुरक्षा को लेकर जो निर्देश दिए गए हैं, उनका अब कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा। दुपहिया पर दोनों सवारी का हेलमेट पहनना अनिवार्य है और इसी तरह कार में सीट बेल्ट लगाना। वाहन में अनाधिकृत साइलेंसर और लाइटें लगाने पर भी प्रतिबंध है। वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट भी अनिवार्य है। अभियान में इन बातों पर मेन फोकस किया जाएगा।

 

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