देहरादून । पिछले साल की तरह इस बार भी आज शुक्रवार को हरेला पर्व को यादगार बनाया जा रहा है। हरेला पर्व पर इस बार देहरादून जिला प्रशासन की ओर से चार लाख से अधिक पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से दो लाख 15 हजार पौधे सिर्फ वन विभाग की ओर से लगाए जा रहे हैं।
जबकि, नगर निगम प्रशासन की ओर से दस हजार व मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की ओर से 15 हजार पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर पंचायतों, जिला पंचायत, ग्राम पंचायतोें के जरिए पौधरोपण किया जा रहा है।
बता दें कि पिछले साल हरेला पर्व के दिन एक घंटे में तीन लाख 71 हजार पौधे लगाकर रिकॉर्ड बनाया गया था। इस बार इस रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी है। हरेला अभियान के दौरान रातरानी, बेला, चंपा, चमेली जैसे सुगंधित फूलों के साथ ही आम, अमरूद, जामुन, कटहल, आंवला, नीबू, लीची जैसे फलदार पौधे लगाए जाएंगे। शीशम, हरड़, बहेड़ा, बेलपत्र, संदन, महल, तेजपात, अमलतास, कनजी, कंजू, कचनार, बांस, टिकोमा, पिलन, अर्जुन, मौरेंग, जामुन, आदि प्रजातियों के पौधे भी रोपे जाएंगे।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को दी हरेला पर्व की शुभकामनाएं
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में कहा कि हरेला पर्व हमारी परंपराओं व संस्कृति से जुड़ा पर्यावरण संरक्षण का महोत्सव है। देवभूमि उत्तराखंड में प्रकृति प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण की प्राचीन परंपरा रही है। हमें अपनी पर्यावरण हितैषी परंपराओं को आगे बढ़ाना चाहिए।
हरेला पर्व हमारी सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक : धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को समर्पित ‘हरेला’ पर्व उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है। यह त्योहार संपन्नता, हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई एवं अगस्त माह का समय पौधरोपण के लिए सबसे उपयुक्त है। हमें अपनी परंपराओं एवं परिवेश को बढ़ावा देना होगा। प्रकृति को महत्व देने की हमारी परंपरा रही है। हरेला सुख-समृद्धि व जागरूकता का भी प्रतीक है।
आने वाली पीढ़ी को शुद्ध हवा व वातावरण मिल सके इसके लिए सबको वृक्षारोपण व पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान देना होगा। यह पर्व ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ लड़ने का संदेश भी देता है।
मंत्री रेखा आर्य आज बच्चों के साथ मनाएंगी हरेला पर्व
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य आज विज्ञानधाम झाझरा में वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाएंगी। इससे पहले वह बालिका निकेतन केदारपुरम जाएंगी। जो इसके बाद बालिका निकेतन की बालिकाओं के साथ विज्ञानधाम में फलों के पौधे लगाएंगी। वहीं बालिकाओं को विज्ञान धाम का भ्रमण कराया जाएगा। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के स्लोगन भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
हरेला पर्व पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत लगाएंगे पौधे
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज से (16 जुलाई) चमोली जिले के चार दिवसीय भ्रमण पर रहेंगे और हरेला पर्व के तहत जगह-जगह पौधे रोपेंगे। वह 16 जुलाई को कर्णप्रयाग व सिमली में पौधरोपण करेंगे और शाम 5.30 बजे भराड़ीसैंण (गैरसैंण) पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे।
17 जुलाई को 10.30 बजे कर्णप्रयाग में पार्टी कार्यकर्ताओं से भेंटकर पीपलकोटी में पौधेरोपण करेंगे। फिर पाखी होते हुए 3.30 बजे कल्पेश्वर के बाद जोशीमठ पहुंचेंगे। 18 जुलाई को सुबह 10.30 बजे भविष्यबद्री तथा 12 बजे तपोवन में पौधरोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।
अपराह्न 4 बजे गोपेश्वर पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन 19 जुलाई को प्रात: 9 बजे गोपेश्वर से चोपता, रुद्रप्रयाग के लिए प्रस्थान करेंगे।
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