कांवड़ियों को रोकने के लिए यूपी में बनेगी उत्तराखंड पुलिस की चौकी 

उत्तराखंड हरिद्वार

देहरादून। उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बाद यूपी और उत्तराखंड पुलिस ने नियमों का पालन कराने के लिए कमर कस ली है। दोनों प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों ने बैठक कर रणनीति तैयार की। साथ ही निर्णय लिया कि यूपी के चमारीखेड़ा में कांवड़ियों को रोकने के लिए उत्तराखंड की भी अस्थायी पुलिस चौकी बनाई जाएगी।

डीजीपी अशोक कुमार ने कांवड़ यात्रा पर लगाई गई रोक का उल्लंघन करने वालों पर केस दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही यूपी की सीमा से सटी प्रदेश की सीमाओं पर सख्ती बरतने के आदेश पुलिस को दिए हैं। डीजीपी के आदेश के बाद बृहस्पतिवार को हरिद्वार और सहारनपुर जिले के पुलिस अधिकारियों की बैठक भगवानपुर के क्वांटम कॉलेज में हुई।

इस दौरान सीओ बुग्गावाला राकेश रावत ने सहारनपुर के पुलिस अधिकारियों से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि यूपी की सीमा से होकर कांवड़िए हरिद्वार आते हैं। कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बाद यूपी पुलिस का सहयोग जरूरी है। इस पर सीओ फतेहगढ़ अजेंद्र सिंह ने आश्वासन दिया कि पूरा सहयोग किया जाएगा। साथ ही यूपी के चमारीखेड़ा में यूपी पुलिस चौकी के पास ही उत्तराखंड की अस्थायी पुलिस चौकी बनाने पर सहमति बनी।

साथ ही संपर्क मार्गों, मंडावर और काली नदी चेक पोस्ट पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान बुग्गावाला थानाध्यक्ष प्रशांत बहुगुणा, थानाध्यक्ष भगवानपुर पीडी भट्टी, फतेहपुर थानाध्यक्ष सतेंद्र सिंह, गागलहेड़ी थानाध्यक्ष सतेंद्र राय आदि मौजूद रहे।

कांवड़ियों के कपड़े बेचे तो होगी कार्रवाई 
कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद कांवड़ से संबंधित सामग्री बेचने वाले व्यापारियों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसके लिए पुलिस ने शहर भर में अभियान चलाकर व्यापारियों को जागरूक किया। 

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए प्रदेश सरकार ने कांवड़ मेला स्थगित कर दिया है। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। नगर कोतवाल राजेश शाह ने बताया कि बाजारों में अभियान चलाकर व्यापारियों को निर्देश दिए।

पुलिसकर्मी शहर के अपर रोड, हरकी पैड़ी, भीमगोड़ा, मोती बाजार, विष्णु घाट बाजार, रामघाट बाजार, सब्जी मंडी बाजार, बड़ा बाजार में ई-रिक्शा में उद्घोषणा यंत्र लगाकर निर्देश देते हुए नजर आए।

पुलिसकर्मियों ने कहा कि कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद बाजार में कोई भी व्यापारी कांवड़ से संबंधित सामान और कपड़े नहीं बेचेगा। यदि कोई भी व्यक्ति कांवड़ से संबंधित कोई भी सामग्री व कपड़े बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। 

 

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