हरिद्वार। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अस्थियां शनिवार की सुबह विधि विधान के साथ गंगा में विसर्जित की गई। शुक्रवार की शाम को उनकी अस्थियां लेकर उनके भतीजे समेत परिवार के पांच करीबी लोग हरिद्वार पहुंचे थे।
छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का लंबी बीमारी के बाद आठ जुलाई को शिमला के आईजीएमसी में निधन हो गया था। नौ जुलाई को उनका पार्थिव शरीर गृह क्षेत्र पदम पैलेस रामपुर लाया गया था। जहां उनके अंतिम दर्शन करने के लिए भारी हुजूम जुटा था। 10 जुलाई को वीरभद्र सिंह को अंतिम विदाई दी गई।
शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे राजसी परंपरा के तहत वीरभद्र सिंह की अस्थियों का कलश हरिद्वार के लिए रवाना हुआ था जो शाम को हरिद्वार पहुंचा। शनिवार की सुबह हरकी पैड़ी पर स्थित अस्थि प्रवाह घाट पर उनके भतीजे कुंवर रिपुदमन सिंह, तारा चंद ठाकुर, हिमाचल के पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा, पूर्व विधायक डा. सुभाष वर्मा, सुशांत कपट्टे व राजसी परिवार के राजपुरोहित ने अस्थि विसर्जित की।
हरकी पैड़ी पर तीर्थ पुरोहित प्रदयुमन भगत उनके सहयोगी, आशुतोष भगत व अमित भगत ने विधि-विधान के साथ अस्थि विसर्जन कराया। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव डा. संजय पालीवाल, संजय अग्रवाल महानगर अध्यक्ष, यशवंत सैनी नगर अध्यक्ष ज्वालापुर, रवि कश्यप ब्लाक अध्यक्ष मायापुर, अशोक शर्मा महापौर प्रतिनधि, शुभम अग्रवाल कनखल ब्लाक अध्यक्ष, आशीष शर्मा कार्यालय महासचिव, महेश प्रताप राणा पूर्व प्रत्याशी नगर पालिका शिवालिक नगर अस्थि विसर्जन में मौजूद रहे।
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