देहरादून। केदारपुरी की तर्ज पर बदरीशपुरी को नए कलेवर में निखारने का जिम्मा लोनिवि की डोबरा-चांठी पीआइयू (परियोजना क्रियान्वयन यूनिट) को सौंपा गया है। इस सिलसिले में शासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इस पीआइयू को टिहरी से जोशीमठ शिफ्ट किया जाएगा। यानी, अब यह यूनिट बदरीनाथ में प्रधानमंत्री के सपने को साकार करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदार पुरी अब एकदम नए कलेवर में निखर चुकी है।
पूर्व में केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने केदारपुरी की तर्ज पर बदरीशपुरी को विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के प्रदेश सरकार को निर्देश दिए थे। बदरीशपुरी का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। साथ ही सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अलावा विभिन्न कंपनियों के सीएसआर मद से इसके लिए धनराशि जुटाई है।
अब बदरीशपुरी को मास्टर प्लान के अनुरूप विकसित करने की दिशा में सरकार ने तेजी से कदम बढ़ाने का निर्णय लिया है। बदरीनाथ के पुनर्निर्माण के इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी टिहरी जिले में डोबरा चांठी पुल का निर्माण करने वाली लोक निर्माण विभाग की पीआइयू को सौंपने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिए। इसके मुताबिक इस पीआइयू को तत्काल प्रभाव से बदरीनाथ स्थानांतरित किया गया है। इसका मुख्यालय जोशीमठ होगा।
प्रमुख अभियंता की अध्यक्षता में एक परियोजना सलाहकार समिति होगी जिसमें पौड़ी और एडीबी के मुख्य अभियंता व गोपेश्वर के अधीक्षण अभियंता को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। यह समिति परियोजना की समीक्षा, निरीक्षण एवं तकनीकी मार्गदर्शन के लिए उत्तरादायी होगी। प्रमुख सचिव लोनिवि इस परियोजना के मुख्य परियोजना समन्वयक होंगे।