देहरादून। हरिद्वार में कुंभ मेलाधिकारी आइएएस दीपक रावत ने छह दिन बीतने पर भी ऊर्जा निगम और उत्तराखंड विद्युत पारेषण निगम (पिटकुल) के प्रबंध निदेशक का पदभार नहीं संभाला है। दीपक रावत नई जिम्मेदारी नहीं संभालने को लेकर ऊर्जा मंत्री डा हरक सिंह रावत से वार्ता कर चुके हैं। माना जा रहा है कि उनकी तैनाती को बदला जा सकता है।
सरकार ने बीते दिनों बड़ी संख्या में शासन स्तर पर आला अधिकारियों के दायित्व में फेरबदल किया था। इस कड़ी में ऊर्जा विभाग में दायित्व बदले गए। सचिव राधिका झा से ऊर्जा विभाग का दायित्व हटाकर सचिव सौजन्या को सौंपा जा चुका है। राधिका झा के अवकाश में होने की वजह से सौजन्या ऊर्जा विभाग का एकतरफा दायित्व ले चुकी हैं। इस फेरबदल में आइएएस दीपक रावत को ऊर्जा के दोनों निगमों का प्रबंध निदेशक बनाया गया था।
हरिद्वार में कुंभ मेलाधिकारी के पद पर तैनात दीपक रावत इस पदभार को ग्रहण करने के पक्ष में नहीं हैं। इस संबंध में उनकी ऊर्जा मंत्री डा हरक सिंह रावत से भी चर्चा हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो ऊर्जा मंत्री डा रावत विभाग में हुए उक्त फेरबदल से खुश नहीं है। अब दोनों निगमों के प्रबंध निदेशक पद पर तैनाती को लेकर नया पेच भी सामने आ रहा है। ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक पद के लिए जल्द साक्षात्कार होने हैं। ऐसे में इस पद की जिम्मेदारी आइएएस को सौंपे जाने के औचित्य पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
ऊर्जा मंत्री डा रावत दोनों निगमों में विभागीय अधिकारियों की तैनाती के पक्ष में हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में जल्द फैसला हो सकता है। दीपक रावत को दोनों निगमों की जिम्मेदारी से हटाकर बतौर जिलाधिकारी नई तैनाती मिल सकती है।
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