मम्मी की ‘पहुंच’ भी नहीं आई काम, माफीनामा देकर ही मिला मोबाइल; जानिए क्या है पूरा मामला

उत्तराखंड देहरादून

 देहरादून। वाहन चलाते हुए मोबाइल प्रयोग करने के मामले में सीज मोबाइल को छुड़ाने के लिए युवक ने अपनी मम्मी की पहुंच का सहारा लिया, लेकिन वह भी काम नहीं आई। दरअसल, परिवहन विभाग के अभियान में बुधवार को हुई कार्रवाई में एक युवक का मोबाइल भी सीज किया गया था। युवक यहां एक निजी संस्थान में पढ़ता है। गुरुवार को वह अपना मोबाइल छुड़ाने आरटीओ कार्यालय पहुंचा। उसने उत्तर प्रदेश में महिला पुलिस अफसर अपनी मम्मी से आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी को फोन भी कराया, लेकिन आरटीओ ने बिना जुर्माना व माफीनामा लिए मोबाइल देने से इन्कार कर दिया। युवक ने दो हजार रुपये जुर्माना भरा और माफीनामा दिया कि अब वह ऐसा अपराध नहीं करेगा तो उसे मोबाइल लौटाया गया। 

सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए मुख्य सचिव डा. एसएस संधू की नाराजगी के बाद परिवहन विभाग वाहन चलाते वक्त मोबाइल पर बात करने वालों पर आजकल कार्रवाई कर रहा। बुधवार से शुरू अभियान में पहले दिन तेरह मोबाइल जब्त किए गए थे। आरटीओ (प्रवर्तन) सैनी ने बताया कि मोबाइल 24 घंटे के लिए आरटीओ दफ्तर में जब्त किया जा रहा। मोबाइल छुड़ाने के लिए दो हजार रुपये जुर्माना एवं माफीनामा देना पड़ेगा। इसके अलावा लाइसेंस अगले तीन महीने के लिए निलंबित भी किए जाने की कार्रवाई की जा रही। उन्होंने बताया कि जिनके मोबाइल बुधवार को जब्त किए गए थे, उनमें से आधे ही गुरुवार को मोबाइल छुड़ाने पहुंचे। एक युवक की मां उत्तर प्रदेश में पुलिस अधिकारी हैं, उन्होंने फोन किया, लेकिन तय प्रक्रिया के बाद ही मोबाइल को लौटाया गया।

दूसरे दिन पांच मोबाइल सीज

वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात करने वालों के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान में गुरुवार को दूसरे दिन परिवहन विभाग ने पांच मोबाइल सीज किए। कार्रवाई को अब दून शहर से बढ़ाकर हरबर्टपुर, विकासनगर, कुल्हाल, ढालीपुर, डोईवाला, चकराता रोड, ऋषिकेश व मसूरी मार्ग तक ले जाया गया है। आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि 55 वाहनों के चालान गुरुवार को किए गए और इनमें एक मोबाइल ढालीपुर एआरटीओ के यहां जमा कराया गया।

 

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