उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में फिलहाल राहत के आसार नहीं, चार जिलों में भारी बारिश की संभावना

उत्तराखंड देहरादून

देहरादून। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में फिलहाल बारिश से राहत मिलती नहीं दिख रही है। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 24 घंटे में पर्वतीय जिलों में कही-कहीं भारी बारिश के एक से दो दौर होने की संभावना जताई है। हालांकि, मैदान में अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वहीं, बीते 24 घंटे कुमाऊं मंडल में बादल जमकर बरसे, जबकि गढ़वाल मंडल में मौसम शुष्क रहा।

सोमवार को गढ़वाल मंडल के अधिकांश इलाकों खासकर मैदान में दिनभर तेज धूप खिली रही। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान पंतनगर में 35.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान नैनीताल में 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। देहरादून जिले में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 33.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, चमोली व रुद्रप्रयाग जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में दोपहर बाद बादल छाए रहे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई।

उधर, भारी बारिश के चलते कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ में थल-मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी से आगे हरड़िया पुल की नींव की दीवार धंस गई। इससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया। यहां तीन दिन के लिए वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। जिले में तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग 60 दिन से यातायात के लिए बंद है। जिले में नौ मार्ग बंद होने से लगभग एक लाख की आबादी प्रभावित है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अभी प्रदेश में मानसून सक्रिय रहेगा। मंगलवार को चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के कुछ इलाकों में भारी बारिश के एक से दो दौर हो सकते हैं। अन्य पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

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