टेक होम राशन मामले में पूर्व सीएम हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के बीच छिड़ा वाक युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब मंत्री रेखा आर्या ने फेसबुक पर लिखा कि आपने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि वाणिज्यिक लोगों को पोषाहार में न आने दिया जाए तो हमने कब कहा कि हम इसे वाणिज्य बनाना चाहते हैं, हम तो पोषाहार को केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार लैब टेस्टिंग करवाकर स्वयं सहायता समूहों को जोड़ते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचाने जा रहे हैं।आपने अपने मुख्यमंत्री काल में मंडुवा-झंगोरा को बढ़ावा देने की बात कहकर कहा था कि मैं मंडुवा-झंगोरा को बढ़ावा देने के लिए शराब (डेनिस) का काम मंडी को दे रहा हूं।
आपकी उस करनी का फल उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड (मंडी) ने भुगता है। जिसमें डेनिस नामक आपके होममेड शराब ब्रांड को फायदा पहुंचाने पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड मंडी पर एक करोड़ का जुर्माना लगा दिया।
हरीश रावत तो दाज्यू संबोधित करते हुए रेखा ने लिखा, क्या अब आप भरोगे जुर्माने की यह राशि? वैसे आप भर भी सकते हो एक करोड़। क्योंकि एक स्टिंग में आपके तत्कालीन सचिव कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि 20 करोड़ बड़ी राशि है। आपने मंडुवा-झंगोरा के नाम पर मंडी को मार दिया। आप के बहकावे में आकर हम लोग गर्भवती महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करेंगे।
रेखा ने स्वयं सहायता समूहों से निवेदन करते हुए लिखा है कि ऐसे बयानवीरों से दूर रहें, जो अपना चेहरा चमकाने के लिए सिर्फ फेसबुक तक सीमित हैं। ये आपके हिमायती नहीं कुर्सी के लिए रो रहे हैं, जो इन्हें जनता देने वाली नहीं है। तंज करते हुए रेखा आगे लिखती हैं- दाज्यू, कका जो भी हो, अब बुढ़ापा आ गया है, वह गाजियाबाद के फ्लैटों पर भी मैंने आपसे जवाब देने का आग्रह किया था, लेकिन आपने आज तक जवाब नहीं दिया।