देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी सदन में कई विधेयक पेश किए जाएंगे। वहीं इससे पहले मंगलवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में छह विधेयक पेश किए गए।
जिसमें उत्तराखंड माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक, उत्तराखंड फल पौधशाला (विनियमन) विधेयक, उत्तराखंड नगर निकाय एवं प्राधिकरण विशेष प्राविधान संशोधन विधेयक, आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक, डीआईटी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक, हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक पेश किए गए।
वहीं उत्तराखंड प्रतिपूरक वनीकरण निधि प्रबंधन एवं नियोजन प्राधिकरण (कैंपा) की वित्तीय वर्ष 2013-14 से 2016-17 तक लेखा प्रतिवेदन रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी गई। सरकार की ओर से नर्सरी एक्ट की धारा-19 में संशोधन किया गया है। जिसमें एक्ट के तहत जो भी परिवाद होगा, वह जिला के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के क्षेत्राधिकार में होगा। एक्ट में किसानों को घटिया पौध सामग्री देने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
25वीं वार सभी सवालों का मिला जवाब
विधानसभा मानसून सत्र दूसरे दिन मंगलवार को सदन में 25वीं वार प्रश्न काल में सभी तारांकित प्रश्नों का जवाब निर्धारित समय में मिला है। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग करने के लिए सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रियों ने भी पूरी तैयारी के साथ प्रश्नों का जवाब देकर सदस्यों को संतुष्ट किया।
10 विधेयक बने अधिनियम
सत्र के दूसरे दिन 10 विधेयक अधिनियम बन गए हैं। जिसमें उत्तराखंड विनियोग अधिनियम, उत्तराखंड उत्तर प्रदेश नगर निगम संशोधन अधिनियम-1959, उत्तराखंड उत्तर प्रदेश नगर निगम संशोधन अधिनियम-1916, इक्फाई विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम, उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन अधिनियम, उत्तराखंड राज्य कृषि उपज एवं पशुधन विपणन प्रोत्साहन एवं सुविधा अधिनियम, उत्तराखंड उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, सूरजमल विश्वविद्यालय अधिनियम, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय अधिनियम, देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय अधिनियम बन गए।