खतरे की जद में ऋषिकेश को हरिद्वार से जोड़ने वाला पुल

उत्तराखंड देहरादून

ऋषिकेश में राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर श्यामपुर फाटक के पास बना पुराना पुल खतरे की जद में है। बंगाले नाले के कटाव के चलते पुल की नींव खोखली हो चुकी है। अगर पुल ढहता तो ऋषिकेश से हरिद्वार का संपर्क कट जाएगा। श्यामपुर फाटक पुल राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड डोईवाला की लापरवाही को बयां कर रहा है। पुल के नीचे बंगाला नाला होकर गुजरता है। बरसात में नाला रौद्र रूप धारण कर लेता है। बीते कई सालों से नाले के कटाव के चलते पुल का एक पिलर भीतर से पूरी तरह से खोखला हो चुका है। वहीं पुल के आसपास बनाए गए सुरक्षा तटबंध भी अंदर से खाली हो गए हैं। मौजूदा हाल यह है कि पिलर और सुरक्षा तटबंध कभी भी ढह सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पुल कभी भी भराभरा कर गिर सकता है।

इस स्थिति में राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर हरिद्वार से ऋषिकेश की आवाजाही ठप हो जाएगी। वाहनों को हरिद्वार से वाया चीला होकर आना पड़ेगा। जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि पुल काफी पुराना है। लेकिन संबंधित विभाग ने कभी पुल के अनुरक्षण की ओर ध्यान नहीं दिया। विभाग और प्रशासन को पुल की मरम्मत और तटबंध के निर्माण के लिए कई पत्र भी लिखे गए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विनोद जुगलान ने बताया कि नाले के आसपास कई परिवार भी रहते है। तटबंध के खोखले होने से नाले के उफान पर आने पर स्थानीय लोगों को भूमि कटाव, घरों और दुकानों के बहने का डर भी सता रहा है।

जिला पंचायत सदस्य ने किया निरीक्षण
जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान और जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने पुल के निरीक्षण किया। दोनों ने जिला प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड डोईवाला और सिंचाई विभाग से पुल की मरम्मत और बाढ़ सुरक्षा कार्यों के तहत तटबंध के निर्माण की मांग की। जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि अगर पुल की मरम्मत और तटबंध निर्माण जल्द शुरू नहीं हुआ तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पुल का निरीक्षण किया जाएगा। नाले के कटाव के चलते पुल को हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर अधिशासी अभियंता को भेजी जाएगी। अधिकारियों से निर्देश मिलने के साथ मरम्मत कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।
– प्रवीण सक्सेना, सहायक अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड, डोईवाला

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