हल्द्वानी : समाज की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले ही दरिंदगी की कोशिश करने लगे तो उम्मीद किससे करेंगे। रविवार को नाबालिग से छेड़छाड़ करने वाला आरोपित खाकी में हैवान बनकर आया। आसपास के लोगों को पहले से अनहोनी का शक था। यही वजह रही कि लोगों की सूझबूझ काम आई और अनहोनी टल गई। 21 साल में नैनीताल जिले में यह पहला मामला है, जब सिपाही ने छेड़छाड़ की।
राज्य की पुलिस को मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है। डीजीपी अशोक कुमार ने ‘खाकी में इंसान’ पुस्तक भी लिखी थी। कोरोना काल और पर्वतीय क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा में पुलिस कर्मियों ने खाकी में इंसान को साबित भी कर दिखाया। असहाय लोगों की मदद के लिए पुलिस कर्मी निस्वार्थ भाव से जुटे रहे, मगर कई पुलिस कर्मी खाकी में कलंकित कर रहे हैं।
ऊधमसिंह नगर के पंतनगर थानाक्षेत्र में बनाए गए एक क्वारंटीन सेंटर में सिपाही ने कुछ समय पहले नशे में एक युवती से छेड़छाड़ की थी। अब हल्द्वानी में हेड कांस्टेबल मदन परिहार ने मासूम से छेड़छाड़ कर दी। गनीमत रही कि आसपास के लोगों की सतर्कता से अप्रिय घटना होने से बच गई।
सेवानिवृत्ति के बचे तीन साल
आरोपित हेड कांस्टेबल की उम्र 57 वर्ष की है। सेवानिवृत्ति के सिर्फ तीन साल ही शेष हैं। अब आरोप लगने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। मुखानी थानाक्षेत्र में आरोपित हेड कांस्टेबल मदन परिहार बेटों व नाती-पोतों के साथ रहता है।