हल्द्वानी: लापरवाही व अन्य वजहों से हटाए गए रोडवेज के संविदा, विशेष श्रेणी व आउटसोसर्ट के परिचालकों को परिवहन निगम में दोबारा नौकरी करने का मौका मिल सकता है। स्टाफ की कमी को देखते हुए मुख्यालय ने तीनों रीजनों को पत्र भेज ऐसे कर्मचारियों का पूरा ब्यौरा मांगा है। रिपोर्ट में इन्हें पूर्व में किस वजह से हटाया गया था। इसकी जानकारी देना अनिवार्य है। हालांकि, अभी तक लोहाघाट, पिथौरागढ़ व कोटद्वार डिपो के अलावा अन्य किसी डिपो से रिपोर्ट नहीं मिलने पर मुख्यालय ने नाराजगी भी जताई है।
ड्यूटी को लेकर लापरवाही बरतने, बगैर बताए लंबे समय तक अनुपस्थित रहने व शिकायत के जांच में पुष्ट होने पर रोडवेज नियमित स्टाफ को सस्पेंड या ट्रांसफर की सजा देता है। लेकिन अस्थायी परिचालकों की नौकरी तक चली जाती है। अनुमान के मुताबिक अब तक 500 लोगों पर कार्रवाई हो चुकी है। रोडवेज अब इन लोगों को फिर से मौका दे रहा है। जिस वजह से नैनीताल, टनकपुर व देहरादून रीजन के मंडलीय महाप्रबंधकों को पत्र भेज उनसे संबंधित सभी डिपो से रिपोर्ट मांगी गई है। तय फार्मेट के हिसाब से सात बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की जानी है। दो दिन के भीतर रिपोर्ट मुख्यालय देनी होगी।
अधिकांश डिपो की बड़ी लापरवाही
जीएम कार्मिक आरपी भारती द्वारा भेजे गए दूसरे पत्र में कई डिपो को लापरवाही पर फटकारा भी गया है। जीएम ने कहा कि कई अफसरों ने रिपोर्ट में मांगे गए सभी तथ्यों को शामिल नहीं किया। जिससे पुन: नौकरी के आवेदन पर निर्णय लेने में दिक्कत आ रही है।
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