हरिद्वार बाईपास रोड स्थित एक होटल में आयोजित छठे देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के समापन मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड में सिनेमा को लेकर कई वादे किए। साथ ही उन्होंने फिल्म निर्माताओं से उत्तराखंड की कहानियों को बड़े पर्दे पर लाने की अपेक्षा की।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग की अपार संभावनाएं हैं। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के साथ राज्यभर में कई स्थलों को चयनित किया है। जहां फिल्मों की शूटिंग आसानी से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत-तिब्बत व्यापार की गवाह रही उत्तरकाशी जिले की नेलांग घाटी में स्थित ऐतिहासिक गरतांग गली की सीढ़ियां पर्यटकों के लिए एक बार फिर खोल दी गई है। इसके अलावा ऋषिकेश, चोपता, पिथौरागढ़ समेत प्रदेश के कई स्थानों की वादियां फिल्मों की शूटिंग के लिहाज से काफी सुविधाजनक हैं। फिल्म शूटिंग के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद की जाएगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ कथक नृत्यांगना स्वीटी गुसाईं की मनमोहक प्रस्तुति से हुआ। वहीं खानपुर विधायक कुंवर प्रणम चैंपियन ने कहा कि उत्तराखंड में शूटिंग के लिए कोई विशेष सेट लगाने की जरूरत नहीं है। यहां प्राकृतिक सुंदरता में ही अनेक रंगों में फिल्मों की शूटिंग की जा सकती है। फिल्मोत्सव के निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल प्रतिभा को मंच देने का एक अवसर है। भविष्य में सप्ताहभर तक फिल्मोत्सव का आयोजन करने की तैयारियां की जाएगी। इस अवसर पर डीजीपी अशोक कुमार, अभिनेता विक्टर बनर्जी, बिंदु दारा सिंह, अखिलेंद्र मिश्रा, अभिनेत्री आरुषि निशंक, ऐश्वर्या रजनीकांत, मीता वशिष्ठ, लोक गायक संगीता ढौंडियाल समेत उत्तराखंड के कई लोक कलाकार मौजूद रहे।