चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) ने अधिकारी एवं कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के आह्वान पर बृहस्पतिवार को मेला अस्पताल परिसर में गेट मीटिंग की। साथ ही मांगों के समर्थन में 27 सितंबर को महारैली निकालने का एलान किया। इस दौरान रैली की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने कहा कि महारैली भगत सिंह चौक से शाम पांच बजे निकलेगी और प्रेमनगर घाट पर सभा में परिवर्तित हो जाएगी। जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह ने कहा कि कर्मचारियों का शोषण और उत्पीड़न बरदाश्त नहीं होगा। 18 सूत्री मांगों को लेकर सभी जिलों में 27 सितंबर को महारैली निकाली जा रही है। जिला मंत्री राकेश भंवर और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेंद्र तेश्वर ने कहा कि 27 सितंबर को सरकार को जगाने के लिए हरिद्वार में भी महारैली निकाली जाएगी।
पांच अक्टूबर को प्रदेशभर के कर्मचारी देहरादून में सड़कों में उतरेंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक धवन ने कहा कि कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कोविड महामारी के समय जान जोखिम में डालकर कार्य करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहन भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक केवल चिकित्सकों के नाम पर 10 हजार की स्वीकृति हुई है। ठेके के सफाई कर्मचारी, संविदा कर्मियों, चतुर्थ श्रेणी कर्मियों, नर्सेज संवर्ग के लिए भत्ते की स्वीकृति नहीं मिली।