हल्द्वानी : डा. सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में इलाज के दौरान किच्छा निवासी तीन साल के बच्चे की गुरुवार तड़के मौत हो गई। स्वजनों ने 26 सितंबर को उसे भर्ती कराया गया था। परिवारजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर बच्चे के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। मामले में प्राचार्य कार्यालय को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा नई बस्ती निवासी मुकेश ने बताया कि उनके बेटे कपिल को पेशाब नहीं आ रही थी। वह जांघ के पास दर्द की शिकायत कर रहा था। जिसके इलाज के लिए वह 24 सितंबर की शाम एसटीएच आए थे। रात इमरजेंसी में दिखाने के बाद 25 सितंबर को उन्हें बच्चा वार्ड में कपिल को दिखाया। डाक्टरों ने भर्ती कराने की सलाह दी। 26 सितंबर को उन्होंने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया। स्वजनों ने आरोप लगाया कि डाक्टरों ने दवाएं मंगाने के बाद बच्चे को दवाएं नहीं दी। बुधवार रात बच्चे की परेशानी बढ़ गई। आरोप है कि रात में डाक्टरों ने बच्चे को देखा तक नहीं।
चलकर आया था मेरा कपिल, इन्होंने मार दिया
मासूम की मौत के बाद उसकी बुआ का रो-रोकर बुरा हाल है। बुआ नीलम ने कहा कि बेटा कपिल अच्छा-खासा चलते हुए अस्पताल आया था। अस्पताल स्टाफ व डाक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई। परिवार के कलेजे के टुकड़े को गोद में थामे स्वजन विश्वास नहीं कर पा रहे कि कपिल की आंखें अब सदा के लिए बंद हो गई हैं।
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This may also be called a neuro exam or a neurologic exam.