नैनीताल : नैनीताल जिले में बारिश के तांडव से नुकसान की भयावह तस्वीर आना जारी है। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक आपदा में नैनीताल जिले में 28 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अब तक 47 पशुओं की हानि हुई है जबकि 52 मकान ध्वस्त हो चुके हैं। प्रभावितों ने सरकारी स्कूलों तथा पड़ोसियों के घर में शरण ली है।
60 घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल
इस बीच नैनीताल शहर में 60 घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी है लेकिन इसके बाद भी दिन में कई बार आपूर्ति बाधित होती रही। 24 घंटे बाद पानी की सप्लाई सुचारू हो सकी। जिले के ग्रामीण इलाकों की बिजली के साथ ही पेयजल आपूर्ति ठप है। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता हारून राशिद ने बताया कि पाइंस के साथ ही भवाली के रेहड़ में लाइन क्षतिग्रस्त हुई थी। इसके अलावा अलग-अलग स्थानों पर ट्रिप आने से आपूर्ति बाधित हुई।
नैनीताल जिले की अवरुद्ध सड़कें
रामनगर-गर्जिया-बेतालघाट, ज्योलीकोट-क्वारब, रामगढ़-मुक्तेश्वर, खुटानी-चांफी-धानाचूली, रामनगर-तल्लीसेठी-बेतालघाट, कांडा-डोन परेवा, पांडेगांव-तलिया, फतेहपुर-पीपलअबिया, डोला न्याय पंचायत, सिमलखेत-सदाना मल्ला, फतेहपुर-बेल, बोहरागांव-देवीधूरा, नलेना-चोपड़ा, लोहाली-थुवा ब्लॉक, एचएमटी-ब्रेवरी, कैंची-हरतपा-हली, नौना-बांसी, भौंर्सा-पिनरौ-बानना, लमजाला, कालाखेत-दिखथरी, जीआइसी-बानना-बडोरा, सूखा मोटर मार्ग, तल्ला कोट-सीम, सिल्टोना-बजेड़ी, भंडारपानी-पाटकोट, देवीधूरा-सौड़, मटियाली-कनरखा, सरना-खवाखेत, सलियाकोट-अर्नपा, नैनीताल-किलबरी-पंगोट, थापला मार्ग आदि। वहीं मुक्तेश्वर से लमगड़ा शहर फाटक मार्ग को नैनीताल पुलिस ने खोल दिया है। मार्ग में फंसे हुए यात्री एवं वाहन अपने गंतव्य के लिए निकल रहे हैं।
83 करोड़ की सरकारी संपत्तियों को नुकसान
नैनीताल जिले में मूसलधार बारिश से बाढ़ व भूस्खलन से करोड़ों के विकास कार्य और निर्माणकार्य ध्वस्त हो गए। डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि प्रारंभिक आंकलन के अनुसार जिले में बारिश व अतिवृष्टि से 83 करोड़ से अधिक नुकसान हुआ है। क्षतिग्रस्त सरकारी संपत्तियों में सड़कों के साथ ही सिंचाई विभाग की नहरें, जल आपूर्ति को बिछाई गई पाइपलाइन, विद्युत लाइनों समेत तमाम तरह के निर्माण कार्य शामिल हैं।
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