पुरानी पेंशन बहाली की पुरजोर मांग को लेकर सोमवार को प्रदेशभर के कर्मचारी देहरादून में गरजेंगे। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के आह्वान पर परेड ग्राउंड से सचिवालय तक कूच किया जाएगा। इसके लिए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु भी देहरादून पहुंच चुके हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे
सोमवार की रैली के लिए रविवार को तीन बजे पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। संगठन के प्रांतीय पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बंधु ने कहा कि उत्तराखंड में पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के लिए सराहनीय काम किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न संगठन और जनप्रतिनिधि लगातार अपना समर्थन दे रहे हैं। कोविड काल में संगठन ने जो सामाजिक गतिविधियां कीं, वह प्रशंसनीय हैं।
उत्तराखंड, क्रांतिकारी प्रदेश है और मुझे लगता है कि पुरानी पेंशन बहाली का समाधान उत्तराखंड से ही होगा। इस दौरान हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल, उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष जीत मणि पैन्यूली, प्रदेश महामंत्री मुकेश रतूड़ी, प्रांतीय कोषाध्यक्ष शांतनु शर्मा, प्रांतीय प्रवक्ता सूर्य सिंह पंवार, जगनमोहन रावत, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज अवस्थी, प्रांतीय संयुक्त मंत्री पुष्कर राज बहुगुणा, देहरादून के अध्यक्ष सुनील गुसाईं, सचिव हेमलता कजालिया, प्रवेश उनियाल, चेतन कोठारी, रणजीत सिंह, कीर्ति भट्ट, हर्ष वर्धन जमलोकी, सुभाष डिमरी, मनीषा कंडवाल, प्रेमलता गुसाईं आदि मौजूद रहे।
बलूनी ने दिया पुरानी पेंशन पर आश्वासन
पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलनरत दूसरे संगठन पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने अपनी मांग को लेकर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को ज्ञापन दिया। बलूनी ने उन्हें सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया है। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी से मिले।
बलूनी इगास पर अपने गांव पौड़ी आए हुए हैं। पोखरियाल के मुताबिक, सांसद बलूनी ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर गंभीरतापूर्वक विचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने का आश्वासन दिया है। पोखरियाल ने कहा है उत्तराखंड राज्य में पुरानी पेंशन बहाली अत्यंत जरूरी है। इसके बिना उत्तराखंड का विकास असंभव है। पुरानी पेंशन बहाली से ही पलायन रुक सकता है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने उम्मीद जताई कि राज्य सभा सांसद की बात को प्रधानमंत्री जरूर सुनेंगे। एनपीएस कार्मिकों के हित में बड़ा फैसला लेंगे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग न सुनी गई तो लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया जाएगा। मोर्चा ने इगास पर एक दीप पुरानी पेंशन बहाली के नाम जलाकर अपनी मांग को पुख्ता किया।
Excellent write-up
Excellent write-up