वाहनों के शीशे तोड़कर चोरी करने वाले टप्पेबाज गैंग का खुलासा, छह लैपटॉप बरामद

उत्तराखंड

देहरादून की वसंत विहार पुलिस ने रैकी कर सड़कों पर खड़े वाहनों के शीशे तोड़कर चोरी करने वाले टप्पेबाजी गैंग का खुलासा कर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दून, दिल्ली आदि शहरों से चोरी किए गए छह लैपटॉप बरामद किए गए हैं। आरोपी लैपटॉप आदि चोरी कर ओएलएक्स के माध्यम से बेच देते थे। पुलिस आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की तैयारी कर रही है। 

गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई
पुलिस कार्यालय में टप्पेबाजी गैंग का खुलासा करते हुए डीआईजी जन्मेजय खंडूडी ने बताया कि 18 अक्तूबर को ऋषभ शाह निवासी नारायण विहार ने थाना वसंत विहार में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि उनकी कार शाम के समय अलकनंदा एन्कलेव जीएमएस रोड पर खड़ी थी। वह पास ही दुकान में सामान लेने गए थे। कुछ देर में वापस पहुंचे तो कार का बाएं तरफ का शीशा टूटा हुआ था। कार के पिछली सीट में बैग रखा था, जिसमें लैपटॉप, अन्य सामान व नगदी रखी थी। जो गायब थी। सूचना पर वसंत विहार पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज कर घटना का खुलासा करने के निर्देश दिए गए। 

निर्देश पर वसंत विहार पुलिस ने एक टीम का गठन कर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज चैक किए। फुटेज में एक कार संदिग्ध प्रतीक हुई। नंबर की जांच की गई तो कार दिल्ली नंबर का होना पाया गया। जिसके बाद कार की तलाश की गई और मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया। मुखबिरों की सूचना पर शनिवार को वाहन सहित तीन टप्पेबाज मनीष उर्फ मोनू निवासी ग्राम मुखमेलपुर थाना अलीपुर नार्थ दिल्ली हाल निवासी अमृत विहार बुराड़ी, संदीप चौहान निवासी संतनगर बुराड़ी व महेंद्र कुमार उर्फ फौजी निवासी बोदरी थाना जौनपुर उत्तर प्रदेश, हाल निवासी सत्य विहार कॉलोनी थाना बुराड़ी को गिरफ्तार कर लिया गया।

उनके कब्जे से वसंत विहार थाने से संबंधित एक लैपटॉप सहित दिल्ली, हरियाणा आदि स्थानों से चोरी किए गए पांच कुछ छह लैपटॉप बरामद किए गए है। बताया कि टप्पेबाजों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। डीआईजी जन्मेजय खंडूडी ने बताया कि आरोपी गैंग बनाकर वारदात करते थे। उनके अन्य अपराधों की जानकारी की जा रही है। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। 

दिल्ली में कर चुके हैं कई घटनाएं 
थानाध्यक्ष वसंत विहार नरेश राठौर ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन में कोई न होने से जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में उन्होंने यह काम शुरू किया। इसका आइडिया उन्हें मोहल्ले के कही मोहित वालिया ने दी थी। उसने बताया था कि बडे़ शहरों में लोग कार में कीमती सामान रखते हैं। कार का शीशा तोड़कर उसमें रखा सामान चोरी कर बेचने से अच्छा पैसा मिल जाता है। उन्होंने दिल्ली मेें इस प्रकार की कई घटनाएं की। जिससे उन्हें अच्छे मिल गए। पिछले महीने वह देहरादून घूमने आए थे। यहां भी उन्हें एक कार में बैग रखे दिखाई दिए। इसके बाद उन्होंने गुलेल से कार का शीशा तोड़कर उससे बैग कर लिए थे। 

ओएलएक्स पर बेचते हैं चोरी का माल 
आरोपियों के मुताबिक कार का शीशा तोड़कर लैपटॉप, मोबाइल आदि सामान वह ओएलएक्स पर बेच देते हैं। जिससे उन्हें काफी अच्छा पैसा मिल जाता है। बरामद लैपटॉप को भी वह बेचने के चक्कर में थे।  

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