नैनीताल : राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कहा है कि जिस देश में शहीदों को पूजा जाता है, उस देश को कोई पराजित नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अपनी मेहनत की बदौलत पहाड़ में महिलाएं क्रांति लाएंगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बेहतर पैकेजिंग, मार्केटिंग, ब्रांडिंग की जाएगी। समूहों को अमेजॉन व मंत्र आदि कंपनियों से कनेक्ट किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य के नौ पर्वतीय जिलों में ढांचागत सुविधाओं के विकास, रोजगार, काम, कनेक्टिविटी, जैविक खेती, मोबाइल सेवाओं को बेहतर बनाकर रिवर्स पलायन संभव है। दूरस्थ इलाकों में पर्यटन को बढ़ाने की जरूरत है, तभी पलायन की समस्या का समाधान होगा। सीमावर्ती इलाकों में सुविधाओं का जाल बिछाया जाएगा तो राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत होगी।
राज्यपाल शुक्रवार सुबह राजभवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने देवभूमि की सेवा के लिए भेजा है। फौजी होने के नाते जंगल व पहाड़ों से अत्यधिक लगाव है। लोकतंत्र, संविधान, राजभवन व राज्यपाल पद की गरिमा को हमेशा बनाये रखूंगा। उन्होंने खुशी जताई कि राज्य में बेटियां पढ़ाई समेत अन्य क्षेत्रों में लगातार सफलता प्राप्त कर रही हैं। महिला सुरक्षा को लेकर वह बेहद संजिदा हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य की आबादी देश की एक प्रतिशत के आसपास है कि सेना में 17.5 फीसद योगदान है। इस अवसर पर कमिश्नर दीपक रावत, डीआइजी नीलेश आनंद भरने, संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन आदि उपस्थित थे। राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल करीब सवा नौ बजे देहरादून के लिए रवाना हो गए।
राज्यपाल एक दिवसीय भ्रमण पर पिथौरागढ़ पहुंचे
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह पिथौरागढ़ पहुंच चुके है। पुलिस लाइन हैलीपैड में उतरने के बाद वह डीआरडीओ के पंडा स्थित गेस्ट हाउस रवाना हुए। जहां पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, प्रभागीय वनाधिकारी , मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ बैठक करेंगे। बाद में महिला स्वयं सहायता समूहों के बैठक होगी। राज्यपाल पूर्व सैनिक संगठनों के साथ बैठक करेंगे।