नैनीताल : कुमाऊं में अब उत्तराखंड पुलिस सैलानियों का पूरा ख्याल रखेगी। उन्हें आपराधिक वारदात से बचाएगी। होटल व टैक्सी संचालकों की मनमानी वसूली पर शिकंजा कसेगी। यह सब होगा मिशन अतिथि से। इसकी शुरुआत शुक्रवार से हो गई।
डीआइजी ने सभी पुलिस अधीक्षकों को होटल-रेस्टोरेंट संचालकों, आटो रिक्शा, टैक्सी यूनियन पदाधिकारियों के साथ बैठक कर पर्यटकों के साथ मधुर व्यवहार करने व टैक्सी स्टैंड पर रेट लिस्ट चस्पा कराने का निर्देश दिया। उन्होंने पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले प्रीपेड टैक्सी बूथ स्थापित कराने का भी निर्देश दिया, जिसका संचालन आटो-टैक्सी यूनियन करेगी।
डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि पर्यटन पुलिस, पुलिस चौकियों, चीता मोबाइल के माध्यम से पर्यटन स्थलों का रूट मैप व हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी जाएगी। मुख्य के साथ ही दूरस्थ पर्यटन स्थलों पर पुलिस हेल्पलाइन के बोर्ड व विजीटिंग कार्ड लगवाए जाएंगे। पर्यटकों की सुविधा के लिए दुकानदारों के सहयोग से पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित किया जाएगा। पर्यटक मित्र स्वयंसेवक के रूप में एनसीसी-एनएसएस का सहयोग लिया जाएगा। उन्हें फोटोयुक्त पहचान पत्र जारी किया जाएगा। केएमवीएन के सहयोग से 60 पर्यटक पुलिस जवानों का दो दिनी प्रशिक्षण 18-19 दिसंबर को नैनीताल पुलिस लाइन में होगा।