उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड के बीच पहाड़ों में पाला दुश्वारी बढ़ा रहा है। सड़कें पाला जमने के कारण सफर के लिए खतरनाक हो गई हैं। मैदानों में चटख धूप के बीच तापमान बढ़ने से ठंड से फौरी राहत मिली है। हालांकि, सुबह-शाम ठिठुरन बरकरार है। उधर, कुमाऊं में चोटियों पर हिमपात होने से कड़ाके की ठंड जारी है।
उत्तराखंड के ज्यादातर इलाके कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। पहाड़ों में कई जगह पारा शून्य के करीब पहुंचा हुआ है। जबकि, मैदानों में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे बना है। दून समेत मैदानी इलाकों में सुबह और शाम को हल्का कोहरा छाने से मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि, बुधवार को दिन में चटख धूप खिली रही और मौसम साफ रहने से तापमान में इजाफा हुआ। मसूरी, नैनीताल समेत अन्य हिल स्टेशन में दिनभर सर्द हवाएं और रात को पाला परेशानी बढ़ा रहा है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, फिलहाल मौसम के मिजाज में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है। न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है। पहाड़ों में पाला गिरने का सिलसिला बना रह सकता है। 26 दिसंबर को रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में क्रिसमस के दौरान हल्की बर्फबारी और बारिश के आसार बन रहे हैं। इसके बाद प्रदेश में ठंड और बढ़ सकती है।