उच्च हिमालय पर प्रकृति बनी ‘सेंटा क्लाॅज’, पर्यटकों को दिया बर्फबारी का गिफ्ट

उत्तराखंड पिथौरागढ़

पिथौरागढ़/मुनस्यारी : सेंटा क्लॉज क्रिसमस पर लोगों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। पहाड़ घूमने आए पर्यटकों को के लिए हिमपात होना उनकी मनोकामना पूरी होने जैसा होता है। जैसे कार्बेट आए पर्यटकों को बाघ के दर्शन हो जाएं। क्रिसमस की रात से सुबह तक उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी से पर्यटक फूले नहीं समा रहे हैं। मानो प्रकृति ही सेंटा क्लाॅज बनकर उनकी विश पूरी कर रही हो। 

उच्च हिमालय के क्षेत्रों के मुनस्यारी व अन्य स्थानों पर मौसम ने देर रात अचानक करवट बदली। इसके बाद पिथौरागढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में मुनस्यारी के खलिया टाप से नीचे भुजानी तक हिमपात हुआ। शुक्रवार सुबह आसमान साफ था। दोपहर बाद अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। मुनस्यारी से लेकर उच्च हिमालय तक घने बादलों से घिर गया। इस दौरान खलिया टाप, भुजानी में हिमपात होने लगा। खलिया में पहले से डेढ़ फीट बर्फ जमी है। मुनस्यारी में न्यनतम तापमान माइनस दो पहुंच चुका है।

हिमालय की ऊंची चोटियों सहित उच्च हिमालयी दारमा, व्यास और जोहार में हिमपात हो रहा है। क्रिसमस और न्यूईयर मनाने देश के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यटकों में बर्फबारी से खुशी छा गई है। उनका कहना है कि क्रिसमस पर उनकी मनोकामना पूरी हो गई है। वह चलते समय से ही बर्फबारी देखने की मन में इच्छा चले थे। और क्रिसमस के शुभ मौके पर प्रकृति ने खुलकर उनकी यह विश पूरी भी कर दी।

खिले व्यापारियों के चेहरे

पिथौरागढ़-मुनस्यारी के व्यापारियों के चेहरे हिमपात से खिल उठे हैं। उनका कहना है कि काेरोना से पिछले साल ही व्यापार ठप है। वह काफी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। खर्चा तक नहीं निकल रहा है। कमोबेश यही हाल टैक्सी चालकों का है। कई का कहना है कि टैक्सी लोन पर ली थी। ईएमआई चुकता करना छोड़िया दाल रोटी के लाले पड़ रहे हैं। बर्फबारी से पर्यटकों के इस बार आने की उम्मीद बढ़ी है। इस बार साल का अंत अच्छा जाने की आस है। 

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