नेत्रहीनों के लिए वरदान साबित हो रहा ऋषिकेश आई बैंक

उत्तराखंड देहरादून

ऋषिकेश : अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश का आई बैंक नेत्रहीनों के लिए वरदान साबित हो रहा है। संस्थान में नेत्र कोष की स्थापना के बाद से अब तक 200 नेत्रहीनों को सफलतापूर्वक कार्निया प्रत्यारोपित किए जा चुके हैं।

संस्थान के नेत्र विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव मित्तल ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में 26 अगस्त 2019 को आई बैंक की स्थापना की गई थी। यहां पर कार्निया प्रत्यारोपण की सभी विश्वस्तरीय आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि नेत्र दान महादान के संकल्प के साथ मृत्यु उपरांत अपनी आंखें दान करने के इच्छुक व्यक्ति अपने इस संकल्प को साकार करने के लिए एम्स आई बैंक में संपर्क कर सकते हैं। ऋषिकेश आई बैंक से आनलाइन जुड़कर कोई भी व्यक्ति इस महान कार्य में अपना योगदान दे सकता है। प्रो. संजीव ने बताया कि अब तक ऋषिकेश आई बैंक में 506 लोग नेत्रदान करने का संकल्प पत्र भर चुके हैं। नेत्र बैंक की टीम व एम्स अस्पताल के कर्मचारी नेत्रदान को लेकर जन जागरूकता मुहिम में जुटे हैं और इसके लिए नागरिकों को प्रेरित कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि हमारे विभाग की कार्निया प्रत्यारोपण सर्जन डा. नीति गुप्ता द्वारा 200 रोगियों की आंखों की नष्ट हो चुकी पुतली (कार्निया) के आपरेशन सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। संस्थान में देश के विभिन्न प्रांतों से मरीज यहां अपने नेत्र प्रत्यारोपण के लिए पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि एम्स आई बैंक में कार्निया प्रत्यारोपण के तहत अब तक जिन नेत्रहीन बच्चों को कार्निया प्रत्यारोपित किया गया है वह अब अपनी शिक्षा ग्रहण कर पा रहे हैं।

संस्थान की आई बैंक की निदेशक डा. नीति गुप्ता ने बताया कि हम सबको नेत्रदान महादान के अभियान से जुड़ना चाहिए और नेत्रहीन लोगों के अंधेरे जीवन में उजियारा लाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि नेत्रदान का संकल्प लेने वाले व्यक्ति ऋषिकेश आई बैंक, एम्स ऋषिकेश के दूरभाष नंबर 9068563883 पर संपर्क कर सकते हैं।

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