रुड़की: चकबंदी विभाग के अफसरों एवं भूमाफिया पर कार्रवाई की मांग करने वाले भाजपा नेता को शुक्रवार को जमानत दे दी गई है। साथ ही मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक सभी जरूरी कागजात तलब किए हैं। गठित की गई टीम को चेतावनी दी गई है कि 25 अप्रैल तक अनंतिम एवं दो मई तक अंतिम रिपोर्ट देनी है। हीलाहवाली करने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चकबंदी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा नेता जगजीवन राम लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। भ्रष्ट अधिकारियों एवं भूमाफिया पर कार्रवाई ना होने पर उन्होंने 16 अप्रैल को रुड़की तहसील मुख्यालय पर आत्मदाह का एलान किया था। इस पर गुरुवार को प्रशासन के निर्देश पर जगजीवन राम को गिरफ्तार कर लिया गया। शांतिभंग के आरोप में जगजीवन राम को रुड़की उप कारागार भेज दिया गया। इसकी जानकारी मिलने पर भाकियू रोड गुट के प्रदेश अध्यक्ष पद्म सिंह रोड के नेतृत्व में रोहित, रणवीर गौतम आदि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर पहुंचे। यहां भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष पद्म सिंह रोड ने कहा कि चकबंदी विभाग के कई अफसरों पर एसआइटी की जांच के बाद एक रिपोर्ट दर्ज की गई थी, लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बार-बार जांच कमिटी समय ले रही है। इस पर जेएम अंशुल सिंह ने निर्देश दिए कि मामले में सोमवार तक सभी कागजात उपलब्ध करा दिए जाए। यदि कोई आनाकानी करता है तो उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने निर्देश दिए कि 25 अप्रैल तक प्रत्येक दशा में अनंतिम एवं 2 मई तक जांच रिपोर्ट उनके टेबल पर आ जानी चाहिए। बाद में उन्होंने जगजीवन राम को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए।