बीआरओ ने प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर यातायात रोकने की सिफारिश सरकार से की है। रोक लगाने संबंधित उत्तराखंड शासन को लिखे पत्र में बताया गया है कि अगले दो साल तक इस पर यातायात शुरू नहीं किया जा सकता। सड़क पर भूस्खलन का खतरा है। इसे देखते हुए वाहनों की आवाजाही तत्काल रोकनी होगी।
भारत-चीन सीमा के साथ कैलाश मानसरोवर व माइग्रेशन वाले ग्रामीणों की आवाजाही सुगम बनाने को धारचूला से लिपुपास तक 98 किमी सड़क का निर्माण किया गया है। हीरक परियोजना के तहत बनी इस सड़क से सेना के साथ ही भारत-चीन सीमा पर बसे कई गांवों को लाभ मिलना है।
लेकिन कार्यदायी संस्था बीआरओ ने फिलहाल इस सड़क पर आवाजाही को असुरक्षित बताया है। इस बारे में डीएम, पिथौरागढ़ डॉ.आशीष चौहान का कहना है कि बीआरओ की तरफ से घटियाबगड़-लिपुपास सड़क पर वाहनों की आवाजाही रोकने की बात कही गई है। अभी इस पर फैसला होना है। फिलहाल वाहनों की आवाजाही नहीं रोकी गई है।
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