ऋषिकेश : सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर कई प्रांतों से बड़ी संख्या में आये श्रद्धालुओं ने ऋषिकेश में गंगा में डुबकी लगाकर चार धाम यात्रा पर जाने की तैयारी की। सोमवार की सुबह बस टर्मिनल कंपाउंड में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पंजीकरण कराने के लिए प्रशासन को कई लाइन लगानी पड़ गई। पंजीकरण काउंटर से बीटीसी मुख्य द्वार तक श्रद्धालुओं की लाइन लग गई।
पंजीकरण केंद्र में सभी 12 काउंटर खोल दिए गए
चार धाम यात्रा वर्तमान में पूरे उफान पर है। यही कारण है कि प्रशासन की ओर से एसडीआरएफ को पंजीकरण का अलग से कोटा जारी करके आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। निर्धारित संख्या में ही पंजीकरण किए जा रहे हैं। सोमवार को सोमवती अमावस्या के पावन मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई और उसके बाद यात्रा पर जाने की तैयारी की। पंजीकरण केंद्र में सभी 12 काउंटर खोल दिए गए। इसके अतिरिक्त डिवाइस के जरिए अलग से पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
2000 व्यक्तियों के पंजीकरण का स्लाट
सोमवार को सुबह के वक्त चार धाम के लिए 2000 व्यक्तियों के पंजीकरण का स्लाट उपलब्ध कराया गया। उप जिलाधिकारी व नोडल अधिकारी यात्रा शैलेंद्र सिंह नेगी व्यवस्था को संभालने के लिए माइक लेकर कंट्रोल रूम में सुबह ही आकर बैठ गए थे। उन्होंने श्रद्धालुओं को अवगत कराया कि जिन व्यक्तियों ने पहले ही आनलाइन पंजीकरण करा दिया है उन्हें इस लाइन में लगने की जरूरत नहीं है। जिनके पास किसी भी धाम का 10 जून के दर्शन का स्लाट उपलब्ध है वह यात्रा पर जा सकता है। काउंटर में जिनका पंजीकरण नहीं हुआ है सिर्फ उन्हें ही यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
अब तक पांच बस रवाना
उधर, परिवहन निगम की ओर से भी अब तक पांच बस रवाना की गई। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के प्रभारी नवीन तिवाड़ी ने बताया कि सोमवार सुबह नौ बजे तक 57 बसें यहां से भेजी जा चुकी है। बीते रोज परिवहन विभाग की चेकपोस्ट से नौ वाहनों को यह कहकर वापस भेज दिया गया था कि इन्हें ट्रिप कार्ड नहीं दिया जा सकता। क्योंकि 10 दिन की चार धाम यात्रा के लिये ट्रिप कार्ड जारी किया गया था। यह वाहन नौ दिन में लौट आया है। 10 दिन पूरे होने के बाद ही ट्रिप कार्ड जारी किया जाएगा। रोटेशन के पास अभी 20 बस और उपलब्ध हैं।