उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक मामले में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, पूछताछ के लिए बुलाए गए तुषार चौहान पुत्र स्व. विरेन्द्र सिंह निवासी कासमपुर, थाना जसपुर उधमसिंहनगर को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया है। मनोज जोशी (कोर्ट कर्मचारी) ने तुषार चैहान को पेपर उपलब्ध कराया था। तुषार चैहान ने खुद तो प्रश्न पत्र की नकल कर परीक्षा दी, साथ ही मनोज जोशी के साथ मिलकर अन्य परीक्षार्थियों को भी नकल कराई।
ये है पूरा मामला
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा गत वर्ष दिसंबर में कराई थी। इसके बाद से ही लगातार इसमें धांधली की बात सामने आ रही थी। बीती 22 जुलाई को मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। तब इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई। इसके बाद से ही एसटीएफ कड़ियां जोड़कर पूरे मामले की जांच में जुटी है।
टेलीग्राम एप पर किया था पेपर लीक
परीक्षा का पेपर लीक करने वाले को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। यह भी आयोग की आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन का कर्मचारी था। इसकी जिम्मेदारी पेपर छपने के बाद सील करने की थी, लेकिन शातिर ने तीनों पालियों के एक-एक सेट को टेलीग्राम एप के माध्यम से अपने साथियों को भेज दिया। इस काम के लिए उसे 36 लाख रुपये मिले थे।
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However, some tumors can not be removed by surgery because of their size or location, and some patients can not have surgery for other health reasons.