हल्द्वानी : राजस्थान की गहलोत सरकार में उच्च शिक्षा व गृह राज्यमंत्री और कोटपुतली से विधायक राजेंद्र सिंह यादव के राजस्थान और उत्तराखंड स्थित घर और फ्लोर मिल पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है। ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा में आईटी की टीम ने सुबह करीब साढ़े आठ बजे यादव फूड्स फ्लोर मिल और आवास विकास स्थित उनके घर पर एक साथ छापा मारा।
चार पांच वाहनों में पहुंची टीम घर के अंदर कागजातों की जांच कर रही है। बाहर से स्वजनों का कोई संपर्क नहीं है। इसलिए अंदर क्या चल रहा है, फिलहाल इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि राज्यमंत्री के कोटपुतली स्थित फ्लाेर मिल और घर पर भी छापा पड़ा है। राजेन्द्र यादव के भाई विजय पाल यादव का परिवार फ्लोर मिल का संचालन करता है।
आवास विकास कॉलोनी किच्छा निवासी राजेंद्र पाल सिंह यादव राजस्थान के कोटपुतली से विधायक हैं। वहीं, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा क्षेत्र से हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रभारी भी रहे। पहले वह राजस्थान सरकार में जनशक्ति नियोजन व मोटर गैराज स्वतंत्र प्रभार मंत्री थे। बीते साल नवंबर में हाईकमान ने राजस्थान सरकार में उनकी जिम्मेदारियां बढ़ाते हुए गृह राज्य मंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया।
छापेमारी की सूचना जुटे राजनीतिक संगठनों के लोग
छापेमारी की सूचना पर व्यापार मंडल के साथ राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोग पहुच गए। परंतु वहां मौजूद राजेन्द्र यादव के भाई विजप पाल के आग्रह पर सब वापस लौट गए। किच्छा निवासी राजेन्द्र यादव का कोटपाटली राजस्थान में अपना बड़ा कारोबार भी है।
किच्छा में यादव फूड्स के नाम से फ्लोर मिल
राजेन्द्र यादव की किच्छा में यादव फूड्स के नाम से फ्लोर मिल है। जिसका संचालन उनके भाई विजयपाल यादव द्वारा किया जाता है। बुधवार सुबह सात बजे आयकर विभाग की टीम ने उनके कोटपोटली स्थित फैक्ट्री के साथ ही किच्छा आवास विकास स्थित आवास और मिल पर आयकर विभाग की टीम पांच गाड़ियों में पहुची।
रेड के दौरान घर पर ये रहे मौजूद
आईटी की रेड के दौरान विजयपाल यादव उनके दो पुत्र व बहुएं घर पर मौजूद थी। आयकर विभाग की छापेमारी की सूचना मिलते ही व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष राजकुमार बजाज सहित अन्य लोग वहां पहुंच गए। उन्होंने घर के अंदर जाने का प्रयास किया, लेकिन अधिकारियों के साथ आई फ़ोर्स ने उनको रोक दिया। उसके बाद व्यापार मंडल सहित वहां पहुचे लोग वापस लौट गए।
छापेमारी के दौरान फसा वाहन
आयकर विभाग की टीम जब छापेमारी के लिए पहुची तो रास्ता भटक गयी। उसके बाद छोटी गलियों में आयकर अधिकारी का इनोवा वाहन नाली में फस गया। जिसके चलते टीम लगभग आधा घंटा देर से पहुच पाई।