देहरादून : आकाश तत्व हमारे आन्तरिक व बाह्य जीवन का आधार हैं। इस विषय को लेकर देहरादून स्थित उत्तरांचल विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डा. जितेंद्र सिंह के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। आरएसएस के पूर्व संघ सह कार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सबसे पहले इसरो के चेयरमैन डा. एस सोमनाथ ने स्कूल व कॉलेजों से आये युवा विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने स्पेस बैलून भी छोड़ा जो कि एटमॉस्फेरिक डाटा क्लेक्शन की जानकारी भी देता है। साथ ही उन्होंने स्पेस बस का निरीक्षण भी किया व विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति जागरूक किया।
इसरो के सलाहकार शांतनु वाडेकर ने कार्यक्रम को आयोजित करने का उद्देश्य व इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंचमहाभूत (आकाश, जल, अग्नि, वायु, पृथ्वी) हमारे जीवन के लिए आवश्यक तत्व हैं। इन सभी तत्वों पर राष्ट्रीय स्तर की गोष्ठी सम्पूर्ण भारत वर्ष में अलग-अलग स्थानों पर आयोजित की जा रही है।
प्रथम संगोष्ठी व प्रदर्शनी उत्तराखंड में आयोजित की जा रही है। प्रदर्शनी में केन्द्र व राज्य सरकार के वैज्ञानिक संस्थान, विश्वविद्यालय, स्ववित्त पोषित संस्थान द्वारा किये गये वैज्ञानिक कार्यों को प्रदर्शित किया गया है। जिसमें इसरो के स्पेस बस, प्रमाणु ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, डीआरडीओ, आइआरडी, निरी, वाडिया इंस्टीट्यूट, आइआइपी, एरिज, यूकोस्ट, यूसर्क, यूसैक, रूषा, उत्तराखंड उत्थान परिषद सहित 52 संस्थानों की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केन्द्र है।
इस मौके पर कुलाधिपति उत्तरांचल विश्वविद्यालय जितेन्द्र जोशी, वाइस प्रेसिडेन्ट डा. सतबीर सहगल, कुलपति प्रो. धर्मबुद्धि, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अभिषेक जोशी, डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर प्रो श्रवण कुमार का विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर में प्रो केडी पुरोहित अध्यक्ष (विज्ञान भारती उत्तराखंड), प्रो.हमवती नंदन सचिव (विज्ञान भारती उत्तराखंड), डा देवी प्रसाद उनियाल संयुक्त निदेशक यूकास्ट, प्रो अनीता रावत निदेशक यूसर्क, एकता त्रिपाठी शक्ति विज्ञान भारती, डा ज्योति, प्रो एमपीएस बिष्ट निदेशक यूसेक, प्रो रचना नौटियाल, डा कविता काला, डा नरेन्द्र रावत, आरपी नौटियाल, उत्तरांचल उत्थान परिषद से जयमल नेगी, रामप्रकाश पैन्यूली , डा एमएम मैथानी, प्रो कुलदीप रावत, डा सूरज प्रकाश, डा शिशिर प्रसाद आदि मौजूद रहे।