प्रदेश में 158 नई पार्किंग का रोडमैप तैयार किया गया है, जिनमें 10,000 से ज्यादा वाहन पार्क हो सकेंगे। इनमें 50 भू-तल पार्किंग, 88 मल्टी लेवल कार पार्किंग, नौ ऑटोमेटेड और 12 टनल पार्किंग शामिल हैं।पार्किंग के निर्माण के लिए पार्किंग नीति शासन में है, जो कैबिनेट से पास होगी।
विस्तार
प्रदेश में 10,000 से ज्यादा वाहनों की नई पार्किंग का रोडमैप तैयार है। इनकी डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सरकार ने पार्किंग प्रोजेक्टों को दो हिस्सों में बांटा है, जिसमें श्रेणी-ए के प्रोजेक्ट प्राथमिकता पर होंगे तो श्रेणी-बी प्रोजेक्ट दूसरी प्राथमिकता में रखे हैं।
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे पर्यटकों की संख्या और पार्किंग को लेकर उनकी समस्याओं को लेकर मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने नई पार्किंग बनाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए सभी जिलों से प्रस्ताव मांगे गए थे। इसी आधार पर प्रदेश में 158 नई पार्किंग का रोडमैप तैयार किया गया है, जिनमें 10,000 से ज्यादा वाहन पार्क हो सकेंगे। इनमें 50 भू-तल पार्किंग, 88 मल्टी लेवल कार पार्किंग, नौ ऑटोमेटेड और 12 टनल पार्किंग शामिल हैं।
पार्किंग की डीपीआर तैयार की जा रही है। इनके निर्माण के लिए चार कार्यदायी संस्थाएं हैं। इनमें से 108 पार्किंग ऐसी चिह्नित की गई हैं, जो कि पहली प्राथमिकता में तैयार की जाएंगी और इसके बाद श्रेणी-बी में 50 पार्किंग को तैयार किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन इनकी हर 15 दिन पर समीक्षा कर रहे हैं।