हरिद्वार में मंगलवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक शुरू होते ही हंगामा हो गया। बैठक में हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने बमुश्किल पार्षदों को शांत कराया। वहीं, हंगामे के बाद बोर्ड बैठक स्थगित कर दी गई है। अब बैठक 24 दिसंबर को होगी।
बता दें कि नगर निगम में बोर्ड बैठक शुरू ही हुई थी कि भाजपा पार्षद ने मेयर के पति अशोक शर्मा पर नगर निगम के कार्यों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। इस दौरान उनके साथ अन्य पार्षद भी धरने पर बैठ गए। उधर, कांग्रेसी पार्षद मेयर के समर्थन में आ गए।
भाजपा पार्षद विनीत जौली ने कहा कि मेयर अनिता शर्मा और उनके पति अशोक शर्मा प्रोसीडिंग में छेड़खाड़ करते हैं। कहा कि मेयर बताए कि वो मेयर हैं या उनके पति। पार्षदों ने कहां की मेयर के पति निगम के हर कार्य में हस्तक्षेप करते हैं। वार्डों में जनहित के कार्यों में हस्तक्षेप होने से कई काम अटके पड़े हैं।
कहा कि निगम की जगह कैंप कार्यालय में निर्माण कार्य के प्रस्ताव फाइनल करते हैं। इसके बाद अन्य भाजपा पार्षदों ने भी एक-एक कर सवाल उठाए। उधर, मेयर अनिता शर्मा ने प्रोसीडिंग में छेड़छाड़ के आरोप को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि प्रोसीडिंग नगर निगम में ही होती है। कुछ पार्षद राजनीति के तहत इस तरीके के आरोप लगा रहे हैं।