उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के बड़कोट में मध्य रात्रि को तहसील के राना गांव में तीन आवासीय मकानों में आग लग गई। सूचना पर रात को ही पुलिस व फायर सर्विस की टीम घटना स्थल पर पहुंची। जिसने ग्रामीणों के साथ कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक मकानों में रखा सारा खाद्यान्न व घरेलू सामान जलकर राख हो चुका था। गनीमत यह रही कि अग्निकांड में कोई जन व पशुहानि नहीं हुई है।
विकास खंड नौगांव का राना गांव यमुनोत्री धाम से लगी गीठ पट्टी में स्थित हैं। यहां सोमवार रात करीब डेढ़ बजे गांव के बीचोंबीच अचानक आवासीय मकानों में आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने तीन मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान गांव के लोगों ने आग बुझाने के प्रयास के साथ घटना की सूचना पुलिस व फायर सर्विस को दी।
जिस पर रात को ही फायर सर्विस की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई थी। जिसने गांव वालों के साथ कड़ी मशक्कत कर किसी तरह आग पर काबू पाया और आग को अन्य मकानों में फैलने से रोक लिया गया। हालांकि तब तक इन तीनों आवासीय मकानों में रखा खाद्यान्न व घरेलू सामान जलकर राख हो चुका था।
अग्निकांड में गांव के राजेंद्र सिंह, सोवेंदर सिंह व भरत सिंह का मकान जल कर राख हो गया है। जबकि एक अन्य मकान भी आंशिक रुप से प्रभावित हुआ है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हालांकि शॉर्ट सर्किट को भी आग लगने का कारण बताया जा रहा है। गांव के मुकेश पंवार ने तहसील प्रशासन से क्षति का आंकलन कर प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।