सार
विस्तार
तीर्थयात्रियों को लेकर चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों की बीच रास्ते में रोककर जांच नही की जाएगी। वाहन चालकों को ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड जारी होने के साथ ही वाहन के शीशे पर स्टीकर लगाए जाएंगे। इससे यात्रा वाहनों की पहचान करना आसान होगा। इसके लिए देहरादून के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर, हरिद्वार और रुड़की में काउंटर खोलने के साथ ही तमाम व्यवस्था दुरुस्त की जा रही हैं।
चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी व परिवहन विभाग के आरटीओ (प्रशासन) सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि ऋषिकेश, हरिद्वार में ग्रीन कार्ड बनाने के साथ तमाम कागजी औपचारिकता पूरी करने के बाद वाहन संचालक तीर्थयात्रियों को लेकर सीधे यात्रा पर जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों को जगह-जगह जांच के नाम पर रोके जाने से न सिर्फ तीर्थ यात्रियों को दिक्कतें होती हैं, बल्कि समय भी खराब होता है। वाहनों के समय पर हरिद्वार, ऋषिकेश नहीं लौटने पर इन दोनों जगहों पर तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ जमा हो जाती है। जिसके चलते तमाम मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए उक्त व्यवस्था की गई है।
आरटीओ शर्मा ने बताया कि पिछले दिनों मंडलायुक्त की अध्यक्षता में चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर हुई बैठक में यह भी मुद्दा उठाया गया है कि यदि कहीं पर भी किसी कारणवश जाम लगने की स्थिति बनती है और ज्यादा समय लगता है। ऐसे में तीर्थयात्रियों से भरी बसों को प्राथमिकता के आधार पर पहले रवाना किया जाए।
प्रत्येक ट्रिप के लिए जारी होंगे अलग-अलग रंग के स्टीकर
आरटीओ (प्रशासन) शर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों के लिए हर यात्रा के लिए अलग रंग के स्टीकर जारी किए जाएंगे। इन्हीं के जरिये इस बात की जानकारी मिलेगी कि संबंधित बस कितनी बार चारधाम यात्रा पर जा चुकी है। यदि किसी भी चालक ने वाहन के स्टीकर को निकालने के साथ ही गड़बड़झाला करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
चारधाम यात्रा शुरू होने में अभी दो माह का वक्त है। लेकिन, सरकार, शासन के साथ ही चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को आने जाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए परिवहन विभाग के नोडल अधिकारी/ आरटीओ (प्रशासन) सुनील कुमार शर्मा ने हल्द्वानी संभाग से 400 और पौड़ी से 200 वाहनों की मदद मांगी है। इतना ही नहीं यात्रा सीजन के दौरान वाहनों की कमी न हो इसके लिए उत्तराखंड परिवहन निगम से भी 70 बसें उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। आरटीओ शर्मा का कहना है कि चारधाम यात्रा के लिए उनके पास फिलहाल 1065 वाहन हैं।
150 नई बसों का होगा संचालन
चारधाम यात्रा के दौरान बसों का संकट न हो, इसके लिए परिवहन महासंघ ने 150 नई गाड़ियां खरीदने के साथ इनके पंजीकरण का प्रस्ताव दिया है। आरटीओ सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि महासंघ की ओर से 150 नई गाड़ियां खरीदने के साथ ही उन्हें चारधाम यात्रा के दौरान संचालित करने का आश्वासन दिया गया है।
यूपी, हरियाणा, नई दिल्ली, पंजाब से भी मंगाई जाएंगे वाहन
आरटीओ (प्रशासन) सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि इतनी गाड़ियों की व्यवस्था करने के बावजूद यदि तीर्थयात्रियों की संख्या बहुत अधिक बढ़ने के साथ ही और अधिक गाड़ियों की जरूरत पड़ती है तो पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों से अतिरिक्त बसें मंगाई जाएंगी। जिसके लिए इन राज्यों के अधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है।
एलईडी स्क्रीन के जरिये मिलेगी पंजीकरण की जानकारी
ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड के लिए पंजीकरण आसानी से किया जा सके। इसके लिए आरटीओ देहरादून, ऋषिकेश, विकासनगर, हरिद्वार में एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं। जहां पंजीकरण से लेकर चारधाम यात्रा से जुड़ी तमाम जानकारियां मिल सकेंगी।
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