भंडारी बाग में हुए कमलेश धवन हत्याकांड के खुलासे के लिए डीजीपी अशोक कुमार ने सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने एसएसपी देहरादून को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि यदि इस अवधि में हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इधर, तीसरे दिन भी पुलिस को हत्यारों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अब भी कई बातों को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है।
पटेलनगर थाना क्षेत्र के भंडारी बाग स्थित मकान में शनिवार सुबह 75 वर्षीय वृद्धा कमलेश धवन का शव मिला था। उनके गले और कंधे पर धारदार हथियार से वार किया गया था। बुजुर्ग महिला घर में अकेले रहती थीं और छड़ी के साहरे चलती थीं। हत्याकांड के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो घर का सामान बिखरा पड़ा था। घर से कीमती सामान कुछ गया या नहीं यह पता नहीं लग पा रहा है।
मामले में पुराने विवाद, संपत्ति आदि को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है। सोमवार रात महिला की पौती अमेरिका से देहरादून पहुंच गई है। उनसे भी पुलिस ने कमलेश के रहन सहन को लेकर जानकारी जुटाई। एसपी क्राइम सर्वेश पंवार ने बताया कि घटनाक्रम में सभी दृष्टिकोण पर पुलिस जांच कर रही है।
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पुलिस को लगा झटका, सामने के सीसीटीवी का बदल गया फोकस
जांच में जुटी पुलिस को रविवार को एक सफलता मिलने की आस जगी थी। कुछ दूरी पर एक दुकान के बाहर कैमरा लगा हुआ था। पुलिस को उम्मीद थी कि शायद इस कैमरे से कुछ सुराग लग जाए। जब सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो पता चला कि दो मार्च तक इस कैमरे का फोकस धवन के मकान के गेट पर था। लेकिन, दो मार्च की रात अचानक इस कैमरे का फोकस बदल गया। लिहाजा, पुलिस को कोई मदद नहीं मिल पाई।