भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष संग लूट व जिलापंचायत सदस्य से अभद्रता, आरोपित दारोगा-दो कांस्टेबल लाइन हाजिर

उत्तराखंड देहरादून

ऋषिकेश: थाना रायवाला में तैनात उप निरीक्षक नीरज त्यागी और दो कांस्टेबल को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व डीआइजी देहरादून ने लाइन हाजिर कर दिया है। तीन दिन पूर्व भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र रावत के साथ लूट की घटना के मामले में थाने गए जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान के साथ दारोगा नीरज त्यागी की दबंगई का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था।

मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों को की गई थी। इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक संदीप नेगी को जांच सौंपी गई थी। प्रथम दृष्टया तीनों को दोषी पाया गया है। बता दें कि बीते शुक्रवार की रात भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत ने एक आटो सवार व कुछ अन्य पर लूटपाट करने का आरोप लगाया था।

इस घटना को लेकर रायवाला थाना पहुंचे जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान और रात्रि ड्यूटी अधिकारी नीरज त्यागी के बीच हुई तीखी बहस हो गई। इस बीच दरोगा ने जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्रता की जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गया। भाजपा पदाधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से इस मामले की शिकायत की थी। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से क्रास मुकदमा दर्ज किया था।

भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत चार अज्ञात लोग पर दो लाख रुपये की रकम लूट का आरोप लगाते हुए थाना रायवाला पहुंचे थे। उनका आरोप था कि रायवाला थाने में शिकायत देने के दौरान उपस्थित उप निरीक्षक वह रात्रि अधिकारी नीरज त्यागी ने उन्हें अवैध रूप से हिरासत में रखा और उनके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं मध्य रात्रि क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान कार्यकर्ताओं के साथ थाना रायवाला पहुंचे तो रात्रि अधिकारी उप निरीक्षक नीरज त्यागी के साथ उनकी बातचीत हुई और बातचीत नोकझोंक में बदल गई।

मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया था। वीडियो में उपनिरीक्षक जिला पंचायत सदस्य के साथ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते नजर आ रहा थे। मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक ऋषिकेश संदीप नेगी को सौंपी गई थी। अगले रोज वह रायवाला थाने पहुंचे थे। जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनके समक्ष घटना पर रोष जताया था।

पुलिस उपाधीक्षक नेगी ने बताया कि उप निरीक्षक नीरज त्यागी और दो कांस्टेबल अरुण कुमार और अनुराग कुमार पर लगाए गए आरोप की प्रथम दृष्टया पुष्टि हुई है। जिसको देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने तीनों को लाइन हाजिर कर दिया है। उधर भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से सोमवार को (आज) पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय घेराव की घोषणा की गई थी जिसे स्थगित कर दिया गया।