रुड़की। एससी-एसटी आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण हलदर बुधवार को गांव में पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मिले और उन्हें सांत्वना दी। अरुण हलदर ने परिवार को मदद का आश्वासन दिया और साथ ही इंसाफ की बात कही। बता दें कि 11 जून की रात बेलड़ा गांव के पास गांव के ही अनुसूचित जाति के युवक पंकज का शव मिला था। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली।
एससी-एसटी आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण हलदर इसके बाद रुड़की तहसील में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ इस मामले को लेकर बैठक शुरू की। इस बैठक में एसएसपी अजय सिंह तथा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव शर्मा समेत अन्य पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद है। ये बैठक करीब डेढ़ घंटे से एक बंद कमरे में की जा रही है।
क्या है मामला
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित बेलड़ा गांव में 11 जून की रात गांव के रास्ते पर पंकज का शव ट्रैक्टर-ट्रॉली के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। अगले दिन परिजनों व ग्रामीणों ने कोतवाली पहुंचकर गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए घेराव किया था। शाम को शव गांव लाने पर जमकर हंगामा हुआ था। इस मामले को लेकर गांव में लगातार बवाल मचा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए इंटरनेट की बंद किया गया था।
राजनीति हुई तेज
उत्तराखंड के रुड़की के बेलड़ा में पंकज की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था। संघर्ष में पुलिस के दो इंस्पेक्टर, एक दारोगा समेत पांच लोग घायल हो गए थे। इस मामले में भीम आर्मी और बसपा के पास अब कांग्रेस भी मैदान में कूद गई है। गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा, विधायक फुरकान अहमद, ममता राकेश, अनुपमा और विरेन्द्र जाति गांव में पहुंचे और पीड़ित परिवार से वार्ता की। साथ ही सरकार और पुलिस प्रशासन पर दलित उत्पीड़न के आरोप लगा रहे है।