रुद्रपुर। उत्तराखंड के उधमसिंहनगर में एक युवक ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। लम्बे समय से डिप्रेशन से जूझ रहे इस 30 साल के युवक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता की बीमारी के चलते नौकरी गई और पिता की जान भी नहीं बची। उसके बाद डिप्रेशन का शिकार हुआ युवक फंदे पर झूल गया।
सुबह उसका शव दीवार के सहारे लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। भगवानपुर रुद्रपुर निवासी हनुमतेंद्र प्रताप सिंह आयु मंगलवार मध्यरात्रि अपनी मां से बातचीत करता रहा। उसके बाद वह छत पर चला गया। सुबह जब उसका कुछ पता नही चला तो हनुमतेंद्र का भाई जब उसके खोजते हुए छत पर गया तो वहां कमरा भी खाली था। अचानक उसकी नजर वहां फैली तारों पर गई तो उसके सहारे जब वह चारदीवारी की तरफ आया तो वहां पर हनुमतेंद्र लटका हुआ था।
डिप्रेशन में था युवक
सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जाता है कि मृतक सिडकुल औद्योगिक आस्थान की फैक्ट्री में काम करता था। पिता के कैंसर बीमारी से पीड़ित हो जाने के कारण उपचार के दौरान उसकी नौकरी चली गयी थी। पिता के इलाज को लेकर वह पहले से ही काफी दुखी था।इस दौरान पिता की भी मौत हो गयी। जिसके बाद से हनुमतेंद्र डिप्रेशन में रहने लगा था। वह लोगों से कटा-कटा रहता था।
मौत को लगाया गले
घर वालों ने बताया कि उसकी नौकरी लग गयी थी परंतु अस्थाई होने के कारण लगातार काम नही मिलता था। माना जा रहा है की इसी कारण से उसने मंगलवार रात आत्मघाती कदम उठा लिया। हनुमतेंद्र के आत्मघाती कदम से स्वजनों में कोहराम मच गया है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि ऐसी मुश्किल घड़ी में उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली।