शासन ने जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आदेश जारी कर दिया है। वित्तीय अनियमितताओं, जरमोला उद्यान नर्सरी घोटाले समेत कई मामलों को लेकर सरकार ने निदेशक उद्यान डॉ. बवेजा को 13 जून को निलंबित कर दिया था।
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उद्यान विभाग के निलंबित चल रहे निदेशक डॉ. हरमिंदर सिंह बवेजा की एसआईटी जांच होगी। शासन ने जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आदेश जारी कर दिया है। वित्तीय अनियमितताओं, जरमोला उद्यान नर्सरी घोटाले समेत कई मामलों को लेकर सरकार ने निदेशक उद्यान डॉ. बवेजा को 13 जून को निलंबित कर दिया था। अब उनकी जांच चल रही है, जिसका दायरा कई जिलों तक बढ़ गया है।
लिहाजा, सरकार ने वित्तीय अनियमितताओं की सभी जांच के लिए विशेष अन्वेषण दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश जारी किया है। विशेष सचिव रिधिम अग्रवाल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, डीआईजी सीआईडी की अध्यक्षता में यह एसआईटी बनाई गई है। इसमें एसएसपी अल्मोड़ा, एसपी सीआईडी हल्द्वानी, कृषि विभाग की ओर से नामित अधिकारी के अलावा अध्यक्ष की ओर से दो अन्य नामित सदस्य होंगे। एसआईटी जल्द जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट देगी।
डॉ. एचसी बवेजा हिमाचल प्रदेश में औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी और उद्यान विभाग में सेवाएं दे चुके हैं। हिमाचल से प्रतिनियुक्ति लेकर फरवरी 2021 में उनकी नियुक्ति उद्यान निदेशक पद पर हुई थी। डॉ. बवेजा पर हिमाचल में भी घोटालों के मामले चल रहे हैं। हिमाचल सरकार ने चार्जशीट भी सौंपी है।
आरटीआई कार्यकर्ता दीपक करगेती ने भी किसानों को हल्दी व अदरक का बीज महंगे दाम पर देने के आरोप लगाए थे। उन्होंने सरकार व शासन को भी इसकी लिखित शिकायत दी थी। साथ ही प्रदेश में शहद, फल सब्जी, सेब महोत्सव के आयोजन पर विभिन्न योजनाओं से करोड़ों खर्च करने का आरोप लगाए थे।