वृश्चिक राशि वाले जातकों को काफी समय से चल रही कोई दुविधा दूर होने से सुकून मिलेगा। जानिए डॉक्टर आचार्य सुशांत राज के अुनसार आज किस राशि वालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन।
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आपकी राशि को लग्न मानकर उसमें गोचर के ग्रह रखकर जो कुंडली बनती है वह कुंडली फलादेश का मुख्य आधार है। इसके अलावा पंचांग के अवयव जैसे वार, नक्षत्र, योग और करन भी देखे जाते हैं। भविष्यफल लेखन में कुंडली के ग्रहों की स्थिति और दशा आदि का इस्तेमाल नहीं होता।
वैदिक ज्योतिष में 12 राशियों- मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ व मीन के लिए ये सभी भविष्यकथन किए जाते हैं। तो जानिए डॉक्टर आचार्य सुशांत राज के अुनसार आज किस राशि वालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन।
मेष :- दिनचर्या व्यवस्थित व्यतीत होगी। कोई मनवांछित काम पूरा होने से मन में सुकून रहेगा तथा आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। संतान के विवाह संबंधी बातचीत आगे बढ़ सकती है। सायंकाल किसी रिश्तेदार के यहां जाने का भी प्रोग्राम बनेगा। अनुभवी लोगों के मार्गदर्शन पर जरूर अमल करें। अपने खुद के कार्यों को लेकर दूसरों से मदद की उम्मीद रखना व्यर्थ है। बेहतर होगा कि अपनी कार्यक्षमता पर ही विश्वास रखें। साथ ही अपने व्यक्तिगत मामलों में भी किसी का हस्तक्षेप ना होने दें। किसी भी गैर कानूनी कार्य में रुचि लेना मान-हानि का कारण बनेगा।
वृष :- दिन की शुरुआत में कोई घरेलू समस्या रहेगी, लेकिन जल्दी ही उसका समाधान भी मिल जाएगा। धार्मिक तथा आध्यात्मिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ कुछ समय व्यतीत करना आपको मानसिक सुकून देगा। किसी शुभचिंतक की मदद से लंबे समय से अटका हुआ कार्य पूर्ण होने की संभावना है। किसी भी कार्य को कल पर ना छोड़ें और भाग्य भरोसे ना रहकर अपने प्रयास करते रहे। किसी परिजन के साथ तालमेल में कमी आने की वजह से आपसी संबंधों में दूरियां आ सकती हैं। भूमि की खरीद-फरोख्त संबंधी किसी भी योजना को अभी स्थगित रखना ही उचित है।
मिथुन: आज कोई अच्छा मौका मिल सकता है। जिसके लिए आप काफी समय से प्रयास कर रहे थे। आप अपनी प्रबल इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास के सहारे कई महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम देने में समर्थ रहेंगे। धर्म-कर्म के मामले में भी रुचि बनी रहेगी। नेगेटिव- युवाओं को लक्ष्य पाने करने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी, इसलिए व्यर्थ की गतिविधियों में अपना समय नष्ट ना करें। कहीं भी बहसबाजी होने पर क्रोध और कड़वे वचनों से बचें, वरना परिस्थितियां और अधिक बिगड़ सकती हैं।