Uttarakhand: आज से पर्यटकों के लिए खुलेंगे कैंप, सात तक बुकिंग फुल, भारी बारिश के चलते प्रशासन ने कराए थे बंद

उत्तराखंड

सार

आज एक सितंबर से कैंपों को पर्यटकों के लिए खोल दिया है। कैंप संचालकों ने बताया कि दो सप्ताह तक कैंपों के बंद रहने से काफी नुकसान हुआ है। सैलानी भी मायूस रहे हैं।

विस्तार

हेंवलघाटी, शिवपुरी, क्यार्की, तपोवन और आसपास क्षेत्र में दो सप्ताह से बंद कैंपों का संचालन आज से शुरू हो जाएगा। सात सितंबर तक के लिए कैंपों की ऑनलाइन बुकिंग फुल हो गई है। कैंपाें का संचालन दोबारा शुरू होने से कैंप व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं।

12 अगस्त से यमकेश्वर ब्लॉक में हुई मूसलाधार बारिश से गंगा और उसकी सहायक नदियां उफान पर आने से पौड़ी पुलिस-प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिहाज से 31 अगस्त तक कैंपों के संचालन पर रोक लगा दी थी। जिससे गरुड़चट्टी, मोहनचट्टी, रत्तापानी, बैरागढ़, नैल, बिजनी, घट्टूगाड़, शिवपुरी के आसपास गूलर दोगी पट्टी, तपोवन, क्यार्की, घुघतानी आदि जगहों पर संचालित कैंपों में पर्यटकों की ऑनलाइन और ऑफ लाइन बुकिंग रद्द की गई थी।

कैंपों के बंद रहने से हुआ है काफी नुकसान
दो सप्ताह तक क्षेत्र में संचालित कैंपों में सन्नाटा पसरा रहा। एक सितंबर से कैंपों को पर्यटकों के लिए खोल दिया है। कैंप संचालक अभय शर्मा, संदीप राणा, यश भंडारी, अरविंद राणा ने बताया कि दो सप्ताह तक कैंपों के बंद रहने से काफी नुकसान हुआ है। सैलानी भी मायूस रहे हैं।

 

रिवर राफ्टिंग के संचालन पर संशय, 15 सितंबर बाद संभावना

ऋषिकेश। एक जुलाई से 31 अगस्त तक रिवर राफ्टिंग बंद रहती है। एक सितंबर से पर्यटन विभाग की ओर से गंगा में रिवर राफ्टिंग के संचालन की अनुमति दी जाती है। लेकिन बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से गंगा और उसकी सहायक नदियां अभी भी उफान पर हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से अभी रिवर राफ्टिंग के संचालन पर संशय बना है। बीते दिनों टिहरी डीएम मयूर दीक्षित ने नगर पालिका मुनि की रेती ढालवाला में विभागीय अधिकारियों के बैठक कर 15 सितंबर के बाद से गंगा में रिवर राफ्टिंग के संचालन पर संभावना जताई है।