उत्तराखंड माउथ आर्गन लवर्स मीट में प्रदेश से ही नहीं लखनऊ, दिल्ली एनसीआर, आगरा से भी हार्मोनिका प्लेयर्स अपने हुनर का जलवा बिखरने पहुंचे थे।
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जरा होले-होले चलो, छूकर मेरे मन को, लाखों है निगाहों में, हम पंछी मस्ताने जैसे सदाबहार गीतों की दिलकश धुनों को माउथ आर्गन पर बजाकर हार्मोनिका प्लेयर्स ने समा बांध दिया। देहरादून में हुई पहली उत्तराखंड माउथ आर्गन लवर्स मीट में प्रदेश से ही नहीं लखनऊ, दिल्ली एनसीआर, आगरा से भी हार्मोनिका प्लेयर्स अपने हुनर का जलवा बिखरने पहुंचे थे। देहरादून के क्रास मॉल रोड के पास स्थित एक होटल में माउथ आर्गन के दिग्गज प्लेयर राजेश गोस्वामी और वरिष्ठ साथी गोपाल शर्मा ने कार्यक्रम उद्घाटन किया।
तीन चरणों में हुई इस मीट में 25 से अधिक माउथ आर्गन प्लेयर्स ने अपनी प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। बचपन में अपनी आंखें खो चुके प्रकाश मधवाल और दिग्गज राजेश गोस्वामी कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे। मधवाल ने सांसों की जरूरत हो जैसे, देखा न हाय रे, मैं दुनिया भुला दूंगा की सुरीली धुनें सुना कर सबको चकित कर दिया।
आ जा सनम मधुर चांदनी में हग की धुन हूबहू बजाकर सबको थिरकने के लिए मजबूर किया। लखनऊ से आए संदीप जोशी ने जुल्मी संग आंख लड़ी समेत कई गीतों की धुनें सुनाई। उनकी बजाई बेडो पाको बारह मासा व अन्य पहाड़ी धुनों को खूब दाद मिली। कार्यक्रम संयोजक आलोक बहुगुणा ने तुमने मुझे देखा, लाखों हैं निगाहों में, अनिल क्षेत्री ने किसी न किसी से सुनाया।
सुबीर चक्रवर्ती ने रात के हमसफर, विकास बिष्ट ने पुकारता चला हूं मैं, देवेंद्र पांडेय ने छू कर मेरे मन को, शुभम थपलियाल ने छोड़ दो आंचल,मनोज माथुर ने छलकाय जाम, राकेश खंडूड़ी ने रहे न रहे हम, भुवन शाह ने मेरे दिल ये पुकारे, नवीन कुमार ने जरा होले-होले चले मेरे साजना गीतों की धुन से सबका मनोरंजन किया। मीट में देहरादून, दिल्ली और उत्तराखंड के प्लेयर्स ने संयुक्त प्रस्तुति भी दी।