नवोदय विद्यालय कैडर के अनुसार, हर स्कूल में 20 से 22 शिक्षकों के पद हैं। इसके अलावा हर स्कूल में तीन मिनिस्टीरियल संवर्ग, दो वार्डन, प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य का एक-एक पद हैं, जबकि अन्य आउटसोर्स के पद हैं। इन विद्यालयों के लिए शिक्षकों की सीधी भर्ती कब शुरू होगी, पता नहीं।
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प्रदेश के राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में शिक्षकों के लिए अगल से सेवा नियमावली बननी है। शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने डेढ़ साल पहले दावा किया था कि अगले दो महीने के भीतर नियमावली वजूद में आ जाएगी, लेकिन अब जाकर इसका प्रस्ताव तैयार हुआ है। ऐसे में इन विद्यालयों के लिए शिक्षकों की सीधी भर्ती कब शुरू होगी, पता नहीं।
राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में शिक्षकों के पद सृजित हैं, लेकिन इन पदों पर सीधी भर्ती से स्थायी शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पा रही है। नवोदय विद्यालय कैडर के अनुसार, हर स्कूल में 20 से 22 शिक्षकों के पद हैं। इसके अलावा हर स्कूल में तीन मिनिस्टीरियल संवर्ग, दो वार्डन, प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य का एक-एक पद हैं, जबकि अन्य आउटसोर्स के पद हैं।
वर्ष 2014-15 में इन पदों के सृजित होने के बाद 2016 में शासन ने आदेश किया कि जब तक सीधी भर्ती से शिक्षकों के पद नहीं भरे जाते, इन पदों पर प्रतिनियुक्ति से शिक्षकों की तैनाती की जाए। 2016 में तीन साल के लिए उत्तराखंड बोर्ड के सरकारी स्कूलों से प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों की तैनाती की गई, लेकिन 2021 में प्रतिनियुक्ति को पांच साल पूरे होने के बावजूद इसे दो साल और बढ़ा दिया गया।