Rishikesh Karnprayag Rail Line News: दो महत्वकांक्षी योजनाओं के धरातल पर उतरने से यह कमाल होगा। पिछले कई वर्षों से टिहरी जिले के घनसाली से घुत्तु सड़क मार्ग से होकर गुप्तकाशी को रोड कनेक्टिविटी से जोड़ने का प्रस्ताव शासन में विचाराधीन है।
विस्तार
चारधाम ऑलवेदर, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के बाद परिवहन कनेक्टिविटी के मामले में प्रदेश सरकार एक और चमत्कार करने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रही है। इस योजना में केवल दो सुरंगे तैयार होने के बाद बदरी और केदार धाम तीर्थयात्रियों के और करीब होंगे।
यानी देहरादून से गुप्तकाशी की दूरी करीब 100 किमी कम हो जाएगी, जबकि गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले तीर्थ यात्रियों को नया वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। इससे उन्हें 55 किमी का फासला कम तय करना होगा।
दो महत्वकांक्षी योजनाओं के धरातल पर उतरने से यह कमाल होगा। पिछले कई वर्षों से टिहरी जिले के घनसाली से घुत्तु सड़क मार्ग से होकर गुप्तकाशी को रोड कनेक्टिविटी से जोड़ने का प्रस्ताव शासन में विचाराधीन है। सीमा सड़क संगठन(बीआरओ) भी इस प्रस्ताव को सामरिक दृष्टि से बनाए जाने के पक्ष में है।
लोनिवि इस मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करा चुका है। अब इस योजना पर नए सिरे मंथन शुरू हो गया है। वन संरक्षण अधिनियम में नए संशोधन के तहत सीमा से 100 किमी एरियल दूरी के दायरे में राष्ट्रीय सुरक्षा व सामरिक परियोजनाओं को राहत मिलेगी। इससे इस परियोजना को बनाने में आसानी होगी।