औषधि निर्माण संस्थान आइडीपीएल (IDPL) की लीज समाप्त हो जाने के बाद वन विभाग (Forest Department) की ओर से यहां रह रहे लोग को बेदखल करने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इनमें कई मृतकों के नाम पर भी नोटिस जारी कर दिए गए हैं। नोटिस में कई तरह की खामियों पर स्थानीय लोग ने सवाल खड़े किए हैं।
औषधि निर्माण संस्थान आइडीपीएल (IDPL) की लीज समाप्त हो जाने के बाद वन विभाग (Forest Department) की ओर से यहां रह रहे लोग को बेदखल करने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इनमें कई मृतकों के नाम पर भी नोटिस जारी कर दिए गए हैं। नोटिस में कई तरह की खामियों पर स्थानीय लोग ने सवाल खड़े किए हैं।
प्रभागीय वनाधिकारी की ओर से आइडीपीएल (IDPL) के भवनों में काबिज लोग को बेदखली के नोटिस जारी करने की प्रक्रिया गतिमान है। इन पर सुनवाई भी हो रही है। विभाग की ओर से कई नोटिस ऐसे व्यक्तियों के नाम पर जारी कर दिए गए हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है।
एक ऐसे ही नोटिस में सरकार के बजाय वायु राज बनाम डा. उषा देवी का नाम लिखा गया है। जबकि नोटिस के भीतर वायु राज के पिता खेमराज का नाम दर्ज है और इसमें क्वार्टर नंबर बी- 327 वीरभद्र ब्लाक लिखा गया है।
वन विभाग की प्रक्रिया पर सवाल
वायु राज ने बताया कि पिता खेमराज और माता डा. उषा देवी का स्वर्गवास हो चुका है। उन्हें संस्थान की ओर से सी- 1409 क्वार्टर आवंटित किया गया था, जिसमें वर्तमान में उनका भाई रहता है। वह स्वयं शास्त्री नगर ऋषिकेश में रह रहे हैं। 327 नंबर का कोई क्वार्टर बी ब्लाक में है ही नहीं। वन विभाग (Forest Department) की ओर से 15 अक्टूबर को बेदखली की चेतावनी दी गई है। उन्होंने वन विभाग की इस नोटिस प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं।