पीएम का शंखनाद: चीन और नेपाल की सीमा से दो टूक कहा- यह नया भारत है, हम न डरते हैं ना ही डराते हैं

उत्तराखंड

सार

पीएम नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को चीन और नेपाल सीमा से लगे पिथौरागढ़ से हुंकार भरी। इस दौरान उन्होंने कई संदेश एक साथ दिए। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है, हम न डरते हैं ना डराते हैं।

विस्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को चीन और नेपाल सीमा से लगे पिथौरागढ़ से हुंकार भरकर कई संदेश एक साथ दिए। उन्होंने कहा कि भारत की ताकत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया गया है। किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि यह नया भारत है, हम न डरते हैं ना डराते हैं। विदेश के बड़े-बड़े नेताओं से हाथ मिलाते समय वह आंख भी मिलाते हैं।

सीमावर्ती गांवों के विकास को प्राथमिकता बताते हुए पीएम ने कहा कि पिछली सरकारें जहां इन गांवों को अंतिम गांव मानती थी, उनकी सरकार इन्हें पहला गांव मानती हैं। कुमाऊं के एकदिनी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिथौरागढ़ में आयोजित जनसभा में कहा कि सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों का तेजी से विकास कर रही है। कहा, पहले की सरकार का मानना था कि सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास करने से दुश्मन अंदर घुस आएगा, अब ऐसा नहीं होता।

सीमावर्ती क्षेत्रों में नौ वर्षों में 4200 किमी से अधिक लंबी सड़कों का निर्माण कार्य किया गया है। 250 बड़े पुलों और 22 सुरंगों का निर्माण किया गया। इससे सीमा पर पहुंचना सुगम हुआ है। सरकार की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों में ट्रेनों को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।

विकास और मुख्यधारा से पिछड़े इन गांवों का तेजी से विकास हो, इसके लिए वाइब्रेंट विलेज योजना शुरू की गई है। कोशिश है कि जिन गांवों से पलायन कर लोग बाहर चले गए हैं, वे फिर उन गांवों में लौट आएं। पीएम ने उत्तराखंड को 4200 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात भी दी।

रंगा-व्यंथला पहन की पूजा, आदि कैलाश की भव्यता के दर्शन किए
पार्वती सरोवर स्थित शिव मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रं समाज का पारंपरिक परिधान रंगा-व्यंथला पहना। पीएम ने शिव-पार्वती मंदिर में पूजा-अर्चना कर शंख और डमरू बजाया। इसके बाद उन्होंने व्यू प्वाइंट से आदि कैलाश की भव्यता के दर्शन किए।

गुंजी में बजाया पारंपरिक नगाड़ा, बोले धारचूला से पुराना लगाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समुद्र तल से 10,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी गांव में लोगों से मुलाकात की। इस दौरान पीएम ने स्थानीय लोगों के साथ पारंपरिक नगाड़ा भी बजाया। पीएम ने कहा कि धारचूला क्षेत्र से उनका पुराना लगाव है।

बदलेंगे कहावत, पानी भी काम आएगा पहाड़ के और जवानी भी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में एक कहावत है कि पहाड़ की जवानी और पहाड़ का पानी पहाड़ के काम नहीं आती लेकिन वह इस कहावत को बदलकर दिखाएंगे। पहाड़ की जवानी और पहाड़ का पानी पहाड़ के ही काम आएगा।

रं संस्कृति से हुए रूबरू…देखा म्यूजियम बच्चों से भी की मुलाकात 
पीएम ने गुंजी में रं कल्याण संस्था के म्यूजियम को देखा। रं संस्कृति से रूबरू हुए। पीएम ने कुशुमा गुंज्याल की पोती हंशिमा गुंज्याल और दशरथी गुंज्याल की पोती रितवी से मुलाकात की। पीएम ने मुस्कुराकर दोनों से दिल्ली चलने के लिए कहा।

प्रधानमंत्री ने शिव-शक्ति का किया ध्यान, पार्वती कुंड को किया नमन
पीएम ने यहां पर बनाए गए ध्यान स्थल पर शिव-शक्ति का ध्यान लगाया। साथ ही पार्वती कुंड को नमन किया। मौसम सुहावना होने और चटख धूप खिलने से प्रधानमंत्री को आदि कैलाश पर्वत के भव्य और दिव्य दर्शन हुए।

सीमांत की महिलाओं के प्रयासों की प्रधानमंत्री ने की सराहना 
मुनस्यारी देवभूमि स्वयं सहायता समूह की कमला लस्पाल, नीमा धर्मशक्तू ने पीएम को अंगूरा खरगोश के ऊन से बने शॉल और मोजे भेंट किए। पीएम ने स्थानीय उत्पाद सराहे और सीमांत की महिलाओं के प्रयासों की सराहना की।