Air Quality: अभी सांस लेने लायक है देहरादून की हवा, काशीपुर में चेतावनी स्तर पर, जहरीली हो रही वायु गुणवत्ता

उत्तराखंड उधम सिंह नगर

सार

ऋषिकेश के आसपास के क्षेत्र में वायु गुणवत्ता 51 एक्यूआई के स्तर पहुंच गई है। यहां हवा में घुलनशील कणों की मात्रा में बीते कुछ दिनों में बदलाव देखने को मिला है। काशीपुर में पीएम 2.5 और पीएम 10 चेतावनी स्तर पर हैं। इसी के कारण यहां की वायु गुणवत्ता धीरे-धीरे जहरीली हो रही है।

विस्तार

उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूकेपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार फिलहाल राजधानी देहरादून की हवा सांस लेने लायक है। हालांकि, सांस संबंधी परेशानियों से जूझने वाले लोगों को यहां थोड़ी परेशानी हो सकती है। राजधानी की वायु गुणवत्ता का स्तर 81 एक्यूआई है। जबकि, काशीपुर यह चेतावनी स्तर 165 एक्यूआई पर है।

दरअसल, राज्य में अभी एक्यूआई यानी वायु गुणवत्ता जांचने के लिए कुछ जगहों पर ही उपकरण लगे हुए हैं। इनके माध्यम से रियल टाइम एक्यूआई एक घंटे के अंतराल पर ऑनलाइन भी उपलब्ध रहता है। उसके अनुसार देहरादून में रविवार को एक्यूआई 81 रहा। शहर के ज्यादातर स्थानों पर इसी के आसपास एक्यूआई दर्ज किया गया।

धीरे-धीरे जहरीली हो रही वायु गुणवत्ता
यह बेहतर नहीं, बल्कि संतोषजनक स्थिति है। यूकेपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार यहां पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर भी संतोषजनक है। जबकि, ओजोन, नाइट्रोजन डाय ऑक्साइड, सल्फर और कॉर्बन मोनो ऑक्साइड बेहतर स्थिति में हैं। यानी हवा में इनकी मात्रा मानकों के अनुरूप हैं और मानव स्वास्थ्य पर इसका हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

वहीं, ऋषिकेश के आसपास के क्षेत्र में वायु गुणवत्ता 51 एक्यूआई के स्तर पहुंच गई है। यहां हवा में घुलनशील कणों की मात्रा में बीते कुछ दिनों में बदलाव देखने को मिला है। काशीपुर में पीएम 2.5 और पीएम 10 चेतावनी स्तर पर हैं। इसी के कारण यहां की वायु गुणवत्ता धीरे-धीरे जहरीली हो रही है। इसमें लोगों को सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हो सकती है। हालांकि, यहां पर तीनों हानिकारक गैसों का स्तर मानकों के अनुरूप है।

यूकेपीसीबी के अधिकारी प्रदीप जोशी ने बताया कि फिलहाल हरिद्वार शहर और आसपास में एक्यूआई मापने की व्यवस्था नहीं की गई है। यहां पर केवल पीएम कणों की मात्रा ही मापी जा सकती है। यह भी ऑनलाइन व्यवस्था के अंतर्गत नहीं है। ऋषिकेश में पीएम 2.5 तो बेहतर स्थिति में है लेकिन पीएम 10 संतोषजनक है।