Saturday, December 28, 2024

Rishikesh: त्रिवेणी घाट पर होगा गंगा उत्सव, तैयारियां हुई पूरी

उत्तराखंड

Rishikesh ऋषिकेश में चार व पांच नवंबर को त्रिवेणी घाट पर गंगा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत गंगा अवतरण की दिव्य कथा लोक नृत्य लोक गीत का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम को लेकर आयोजन समिति की बैठक विकास भवन देहरादून में आयोजित की गई।

जिला गंगा सुरक्षा समिति की ओर से चार व पांच नवंबर को त्रिवेणी घाट पर गंगा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत गंगा अवतरण की दिव्य कथा, लोक नृत्य, लोक गीत का कार्यक्रम होगा। साथ ही गंगा स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक, नृत्य नाटिका, गंगा स्वच्छता शपथग्रहण, घाट की स्वच्छता, स्वच्छता जनजागरूकता रैली भी आयोजित की जाएगी।

कार्यक्रम को लेकर आयोजन समिति की बैठक विकास भवन देहरादून में आयोजित की गई। बैठक में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल ने कहा कि गंगा उत्सव नदियों का त्योहार है। जिसका उद्देश्य नदियों के संरक्षण, संवर्धन और जल संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना है।

गंगा हमारी सांस्कृतिक धरोहर

जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि गंगा सिर्फ नदी मात्र ही नहीं हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की ओर से पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत वर्ष 2008 में भारत सरकार द्वारा गंगाजी को राष्ट्रीय नदी घोषित किया गया था। जिसके उपलक्ष्य में एनएमसीजी (नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा) जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वर्ष 2017 से प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय नदी दिवस के मनाया जाता है।

प्रतियोगिता का भी होगा आयोजन

जिलाधिकारी देहरादून सोनिका के निर्देशन में आयोजित होने वाले इस आयोजन में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इसके तहत चित्रांकन एवं निबंध प्रतियोगिता और घाट पर हाट कार्यक्रम के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों के हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। कार्यक्रम के अंत में मां भगवती गंगा की स्तुति और दीपदान का कार्यक्रम रखा गया है।

त्रिवेणी घाट कार्यक्रम स्थल का किया गया निरीक्षण

कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारियों ने त्रिवेणी घाट कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला गंगा जिला गंगा सुरक्षा समिति के परियोजना अधिकारी रविन्द्र कुमार पाडेय, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के शिक्षा में स्वायत्तता के संयोजक दीपक तायल, अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह की नामित सदस्य नेहा तिवारी आदि शामिल थे।